Gwalior : मेला अवधि तक ग्वालियर में रुके मंत्री या कमिश्नर को दें चार्ज
ग्वालियर, मध्यप्रदेश। मेला प्राधिकरण का गठन नहीं होने से मेला की व्यवस्थाएं लचर हो रही हैं। इसे लेकर चिंतित मेला व्यापारी संघ ने मांग की है कि मेला अवधि के दौरान एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ग्वालियर में ही रुके अथवा अध्यक्ष का चार्ज संभागायुक्त को सौंपे। गौरतलब है कि पूर्व में भी जब मेला संचालक मंडल का गठन नहीं हुआ था तो संभागाायुक्त के हाथ में ही मेला की कमान थी, लेकिन इस बार मंत्री ने अध्यक्ष का पावर अपने हाथ में ही रखा है।
मेला व्यापारी संघ के अध्यक्ष महेंद्र भदकारिया,सचिव महेश मुद्गल, संयोजक उमेश उप्पल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता अनिल पुनियानी, हरिकांत समाधिया ने पत्रकारों के समक्ष मेला को लेकर अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि शासन व प्रशासन के लगातार उपेक्षा के चलते मेला के वैभव व आवश्यक बुनियादी व्यवस्थाओ में निरंतर गिरावट से ग्वालियर मेला के व्यापारी, व्यवसायी एवं उद्यमी खासे नाराज हैं।
ग्वालियर मेला के शुभारंभ की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर करते हुए मांग की है कि मेला की बिगड़ी व्यवस्थाओ को तत्काल दुरुस्त किया जाए, अन्यथा अभी तक आग्रह व मनुहार कर रहे मेला व्यापारी अपने रूख को और अधिक कड़ा भी कर सकते हैं। कोरोना त्रासदी झेलने के बाद इस वर्ष 25 दिसंबर से भले ही ग्वालियर मेला औपचारिक रूप से शुरू हो चुका है, लेकिन इस बार मेला जो तमाम परेशानियां व अभाव झेल रहा है, उन्हें नजरंदाज नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि ग्वालियर मेला एक स्वशासी संस्था है, इस नाते यहां स्वतंत्र आधार पर त्वरित निर्णय लेने में अधिकारसंपन्न अध्यक्ष होना अत्यावश्यक है। इससे पहले जब मेला प्राधिकरण अध्यक्ष का पद रिक्त होता था, उस वक्त संभागीय अध्यक्ष के पास ही मेला अध्यक्ष का दायित्व होता था, लेकिन इस बार यह परिपाटी तोड़ते हुए मेला अध्यक्ष की पदेन जिम्मेदारी प्रदेश के एमएसएमई मंत्री ओम प्रकाश सखलेचा को सौंप दी गई है जो भोपाल में ही रहते और वल्लभ भवन से मेला को संचालित करते हैं। मेला से संबन्धित सभी निर्णय देरी से लिए जा रहे हैं, ऐसा लगता है कि मेला अध्यक्ष की अतिरिक्त जिम्मेदारी संभाल रहे मंत्री की ग्वालियर मेला में न रुचि है और न ही कोई प्लानिंग है। मेला व्यापारी संघ ने मांग की है कि ग्वालियर मेला अवधि तक मंत्री सखलेचा ग्वालियर मेला में ही कैम्प करें और यदि उनके लिए यह संभव नहीं है तो मेला अध्यक्ष का प्रभार पूर्व की तरह ग्वालियर के संभागीय अध्यक्ष को ही सौंप दिया जाए, ताकि मेला व्यापारी अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए उनसे कभी भी और तत्काल संपर्क कर सकें। यहां बता दें कि मेला सचिव निरंजन श्रीवास्तव के पास भी गुना का अतिरिक्त प्रभार है, जिससे मेला के तृतीय श्रेणी कर्मचारी मनमाने रूप से मेला का संचालन कर रहे हैं।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।