Gwalior : 100 करोड़ के गहनों से सजे गोपाल, उल्लासपूर्वक मनी जन्माष्टमी
ग्वालियर, मध्यप्रदेश। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व शहरभर में हर्षोल्लास से मनाया गया। मंदिर रंगबिरंगी आकर्षक रोशनी से जगमगाते रहे। गोपाल मंदिर में भगवान राधा-कृष्ण ने हर बार की तरह इस बार भी सिंधिया रियासत के समय के 100 करोड़ के सोना, हीरा, नीलम, पन्ना माणिक और पुखराज जड़े बेशकीमती गहने पहने। इसके साथ सनातन धर्म मंदिर में भी भगवान चक्रधारी का स्वर्ण-रजत आभूषणों से श्रृंगार किया गया। इसके साथ धर्मपुरी मंदिर, राममंदिर, श्याम मंदिर, अचलेश्वर मंदिर में भी भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया।
फूलबाग स्थित गोपाल मंदिर में साल में एक बार बेशकीमतों गहनों से राधा-कृष्ण का श्रृंगार होता है। इस अद्भुत रूप को देखने के लिए सालभर इंतजार करने वाले भक्त दोपहर 12 बजे आरती के बाद जैसे ही मंदिर के पट खुले, दर्शनों के लिए उमड़ पड़े। रात 12 बजे तक यहां दर्शनों के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ती रही। इस अवसर पर महापौर डॉ. श्रीमती शोभा सिंह सिकरवार, सभापति मनोज सिंह तोमर, नेता प्रतिपक्ष हरिपाल एवं अन्य जनप्रतिनिधि तथा निगमायुक्त किशोर कन्याल, अपर आयुक्ती अत्येंद्र सिंह गुर्जर, अपर आयुक्त वित्त रजनी शुक्ला सहित पुलिस विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
गोपाल मंदिर पर रही कड़ी सुरक्षा :
इस मौके पर गोपाल मंदिर में तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। यहां करीब 200 जवान तैनात किए गए हैं। सादी वर्दी में भी सुरक्षा अमला तैनात है। गेट पर मेटल डिटेक्टर के साथ अधिकारी इसकी मॉनिटरिंग कर रहे थे। इसके साथ कैमरों की निगरानी की गई। देश की आजादी से पहले तक भगवान इन जेवरातों धारण किए रहते थे, लेकिन आजादी के बाद से जेवरात बैंक के लॉकर में रखवा दिए गए, जो 2007 में नगर निगम की देखरेख में बाहर आए और तब से लेकर हर जन्माष्टमी पर इन्हें लॉकर से निकालकर राधा-कृष्ण का श्रृंगार किया जाता है।
घर-घर में सजी कन्हैया की झांकी :
जन्माष्टमी के मौके पर घर घर में भगवान श्रीकृष्ण की झांकी सजाई गईं। लड्डू गोपाल का विशेष श्रृंगार किया गया। उन्हें पालना झुलाया गया। रात्रि में चरणामृत और धनिया की पंजीरी का भोग लगाकर जन्मोत्सव मनाया गया। दिन भर निराहार रहकर कृष्णभक्तों ने उपासना की। पाताली हनूुमान मंदिर में भी इस मौके पर खास सजावट की गई। समूचे मंदिर परिसर को गुब्बारों से सजाया गया। अचलेश्वर महादेव मंदिर पर अचलेश्वर भक्त युवा मंडल ने फूलबंगला सजाया एवं विद्युत सजावट की।
अचलनाथ का हुआ भांग से श्रृंगार :
अचलनाथ व माता पार्वती का भांग से श्रृंगार किया गया। इस मौके पर रवि चौबे, वैभव सिंघल, दीपक गुप्ता का विशेष योगदान रहा। बिरलानगर स्थित खाटू श्यामबाबा मंदिर पर भी दर्शनों के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। कत्थक नृत्यांगना मेघा सोनी द्वारा इस मौके पर नन्हे बच्चों को राथा-कृष्ण के रूप में सजाकर सुंदर झांकी बनाई। ब्रह्माकुमारीज आश्रम में भी श्रीकृष्ण की सुंदर झांकी तैयार की गई। इस मौके पर पूर्व पार्षद सतीश बोहरे, आदर्श दीदी, प्रह्लाद भाई प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
यादव समाज के चल समारोह में अखिलेश यादव ने की शिरकत :
उधर जन्माष्टमी के मौके पर यादव समाज द्वारा आयोजित चल समारोह में पहली बार ग्वालियर आए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव प्रमुख रूप से शामिल हुए। कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह, पूर्व मंत्री भगवान सिंह यादव भी मौजूद रहे। रैली का शहरभर में यादव समाज द्वारा जगह-जगह स्वागत किया गया। स्वागत के लिए होर्डिंग व स्वागत द्वार लगाए गए थे। ऊर्जामंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने भी चल समारोह मार्ग पर होर्डिंग व कटआउट लगाकर स्वागत किया। धार्मिक कार्यक्रम में सियासी एजेंडे पर बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि मेरे पिता मुलायम सिंह यादव भी यादव समाज के चल समारोह में शामिल होने ग्वालियर आए थे और आज वे शामिल होकर गर्व महसूस कर रहे हैं। उन्होंने साफ कहा कि साल 2023 में सपा पूरी ताकत के साथ लड़ेगी। भाजपा पर उन्होंने नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए उन्हें बिहार से सबक लेने की सीख दी।
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