Gwalior : मोती महल से लापता हुए सरकारी कार्यालय, लोग ढूंढ रहे नया पता
ग्वालियर, मध्यप्रदेश। मोतीमहल की इमारत को खाली करके मप्र पर्यटन विभाग को सौंपा जाना है। इस इमारत को हेरीटेज होटल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए मोतीमहल में बने 52 शासकीय विभागों के कार्यालय शिफ्ट किए जा रहे हैं। इसमें संभगाायुक्त, डीआईजी कार्यालय एवं लैण्ड रिकॉर्ड का दफ्तर भी शामिल है। इन कार्यालयों के शिफ्ट होने से आम जनता से लेकर सरकारी अमला भी परेशान है। इसका कारण इन कार्यालयों के शिफ्ट होने की जानकारी कहीं चस्पा न होना है। लोग चक्कर लगाते हुए थक गए है लेकिन कोई भी सही जानकारी नहीं दे रहा। प्रशासन को कार्यालयों के नए स्थान की सूची मोतीमहल परिसर में चस्पा करने के साथ बाहर बोर्ड पर भी अंकित करनी चाहिए ताकि लोगों की परेशानी खत्म हो सके।
प्रदेश शासन द्वारा मोतीमहल को हेरीटेज होटल के रूप में विकसित करने के आदेश दिए गए हैं। इस इमारत को पूरी तरह खाली किया जाना है। इसके बाद इमारत को मप्र पर्यटन विभाग को सौंप दिया जाएगा। पयर्टन विभाग ही इमारत का रेन्यूवेशन कराकर हेरीटेज होटल बनाने की दिशा में काम करेगा। मोतीमहल में लगभग 52 सरकारी विभागों के कार्यालय थे और कई सालों से लोग इन कार्यालयों में आ रहे थे। लेकिन अचानक से सरकारी कार्यालयों को शिफ्ट करने से परेशानी सामने आ गई है। लोग नए कार्यालयों का पता नहीं जानते और न ही कोई उन्हें बता रहा है। मोती महल से जो कार्यालय शिफ्ट हुए हैं उनके बारे में किसी तरह की जानकारी कहीं चस्पा नहीं की गई। जो लोग शहर के बाहर से आ रहे हैं उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन को मोती महल से शिफ्ट हुए कार्यालयों का नया पते की सूची विभागों के बाहर चस्पा करनी चाहिए ताकि परेशानी खत्म हो सके।
विवेकानंद नीडम के रास्ते पर शिफ्ट हुए संभागायुक्त कार्यालय :
मोती महल में संभागायुक्त के साथ डीआईजी कार्यालय भी बना हुआ था। संभागायुक्त कार्यालय को राजा मानसिंह संगीत विश्वविद्यालय के पहले बनी इमारत में शिफ़्ट किया गया है। इसी तरह जनसंपर्क विभाग को एजी ऑफिस पुल के नीचे बनी निजी बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया है। लैण्ड रिकार्ड भी संभागायुक्त कार्यालय के पास ही शिफ्ट हुआ है। वर्तमान में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी(सीएमएचओ) कार्यालय के साथ कुछ और कार्यालय मोतीमहल में बने हुए हैं। इन्हें भी जल्द शिफ्ट कर दिया जाएगा।
कन्ट्रोल कमाण्ड सेंटर नहीं होगा खाली :
अधिकारियों की माने तो मोती महल में कन्ट्रोल कमाण्ड सेंटर बना रहे। इसे खाली नहीं कराया जाएगा। कन्ट्रोल कमाण्ड सेंटर हेरीटेज होटल में आने वाले पर्यटकों के लिए जानकारी का केन्द्र भी बनेगा और यहां जो उपकरण लगाए गए हैं उन्हें शिफ्ट करने में परेशानी आयेगी। कन्ट्रोल कमाण्ड सेंटर को योजना के अनुसार ही बनाया गया है, इसलिए इसे शिफ्ट करने की कोई मंशा नहीं है।
कार्यालय जल्द खाली कराने बंद किया पानी :
मोती महल को जल्द से जल्द खाली कराने के लिए शासन द्वारा कई बार पत्र जारी किए गए। लेकिन अब भी कुछ कार्यालय खाली नहीं हुए हैं। इसे देखते हुए मोती महल में पानी की सप्लाई बंद कर दी गई है। जब सरकारी अमले को पानी नहीं मिलेगा तो वह स्वंय ही कार्यालय खाली करके चले जाएंगे। लेकिन उपयुक्त जगह न मिलने के कारण शासकीय कार्यालयों की शिफ्टिंग में परेशानी आ रही है।
इनका कहना है :
मोती महल से जो सरकारी कार्यालय शिफ्ट हुए हैं उनकी सूची नए पते के साथ मोती महल परिसर में चस्पा की जाएगी। लोगों की परेशानी को देखते हुए इस कार्य को जल्द से जल्द किया जाएगा।
आशीष सक्सैना, संभागायुक्त
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