Gwalior : बैठक में अनुपस्थित रहे स्कूल संचालकों को डीईओ ने थमाए नोटिस
ग्वालियर, मध्यप्रदेश। फीस वसूली को लेकर आए दिन हायतौबा मचाने वाले प्राइवेट स्कूल संचालकों को न तो बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता है और न जिला शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन के आदेशों की परवाह। बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर शनिवार को कलेक्टर ने स्कूल संचालकों की बैठक बुलाई, लेकिन 50 से अधिक स्कूल संचालक बैठक में पहुंचे ही नहीं। इस स्थिति से नाराज कलेक्टर ने डीईओ को और डीईओ ने सभी अनुपस्थित स्कूल संचालकों को नोटिस जारी कर दिए हैं।
शनिवार को कलेक्टर ने टीनएजर्स (15 से 18 वर्ष) के वैक्सीनेशन में गंभीर लापरवाही बरतने पर कलेक्ट्रेट में बुलाई। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बैठक में शामिल नहीं होने वाले 50 स्कूलों को नोटिस जारी कर जिला शिक्षा अधिकारी विकास जोशी ने पूछा है कि क्यों न आपके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई के लिए अनुशंसा की जाए, साथ ही कारण बताओ नोटिस में दो दिन में लिखित जवाब पेश करने के लिए कहा गया है। जिन 50 स्कूलों को नोटिए जारी किए गए हैं उनमें से 10 सीबीएसई स्कूल भी शामिल हैं। इन 50 स्कूलों में टीनएजर्स के वैक्सीनेशन को लेकर कोई भी उचित व्यवस्था नहीं की गई है।
ग्वालियर में स्कूलों में 15 से 18 साल के बच्चों के वैक्सीनेट करने में पहले दिन वैक्सीनेशन अच्छे रिस्पोंस के साथ किया गया था। पहले दिन संख्या भी काफी थी, लेकिन इसके बाद इसमें ढिलाई बरती जा रही थी। इसको लेकर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने शनिवार की रात को स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी, संकुल प्राचार्यों, प्राइवेट स्कूल के प्राचार्यों की बैठक ली थी। बैठक की जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी विकास जोशी ने सभी स्कूल वॉटसएप ग्रुप पर भेजी थी। सभी स्कूल के प्रतिनिधि को अनिवार्य रूप से बैठक में शामिल होने की बात भी लिखी थी। इसके बाद भी 10 सीबीएसई स्कूल सहित करीब 50 स्कूल के प्रतिनिधि बैठक में नदारद रहे।
बैठक में कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा कि स्कूल संचालकों की जिम्मेदारी है कि उनके स्कूल में पढ़ने वाले सभी विद्यार्थियों का वैक्शीनेशन हो जाए। संकुल प्राचार्य अब तय करेंगे कि वैक्सीनेशन टीम को कहां भेजा जाए। मंगलवार तक हर हाल में सभी बच्चों का टीकाकरण किया जाना चाहिए। ऐसा न होने पर जिम्मेदारों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। जिन स्कूलों के प्रतिनिधि बैठक में शामिल नहीं हुए वहां वैक्सीनेशन को लेकर भी कोई उत्साह नजर नहीं आ रहा है। इसी पर कलेक्टर ग्वालियर के निर्देश पर विकास जोशी ने सभी 50 स्कूलों को कारण बताओं नोटिस जारी किए हैं।
इन स्कूलों को जारी हुए हैं नोटिस :
देहली पब्लिक स्कूल रायरू, ग्वालियर ग्लोरी स्कूल शिवपुरी लिंक रोड, लिटिल एंजिल स्कूल गुढ़ा, रामश्री इंडिया इंटरनेशनल स्कूल शिवपुरी लिंक रोड, ऑक्सफोर्ड स्कूल, सेंटपॉल स्कूल मुरार, कार्मल कॉन्वेंट स्कूल, सेंट टेरेसा हायर सेकेंड्री स्कूल, सेंट जॉन्स वियानी स्कूल पुरानी छावनी, पोद्दार इंटरनेशनल स्कूल को नोटिस जारी किए गए हैं। इसके अलाव एमपी बोर्ड के एसपी हायर सेकेंडरी स्कूल इंदिरा नगर, सुप्रभा हायर सेकेंडरी स्कूल गुढ़ा, सेंट्रल कान्वेंट हायर सेकेंडरी स्कूल क्रमांक 2, नागाजी हाई सेकेंडरी स्कूल बिरला नगर, सिंपकिंस स्कूल तानसेन नगर,एसआर हाई स्कूल लश्कर, सहज शिक्षा निकेतन मुरार, पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल मुरार, ग्वालियर पब्लिक स्कूल मुरार, वर्षा कान्वेंट स्कूल मुरार, राजीव स्कूल घोसीपुरा मुरार, उत्तम शिक्षा निकेतन मुरार, अमर ज्योति हायर सेकेंडरी स्कूल मुरार, संजीव हायर सेकेंडरी स्कूल हथियापुर, देहली पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल आनंद नगर, हरिओम हायर सेकेंडरी स्कूल ग्वालिय आदि शामिल हैं।
इनका कहना है :
सभी स्कूल संचालकों को अनिवार्य रूप से कलेक्टर द्वारा कोरोना वैक्शीनेशन की प्रगति को लेकर आयोजित बैठक में बुलाया गया था। बैठक से अनुपस्थित रहने वाले सभी स्कूल संचालकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिए गए हैं। मुझे कलेक्टर द्वारा कोई नोटिस प्राप्त नहीं हुआ है।
विकास जोशी, डीईओ, ग्वालियर
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