हाइलाइट्स :
मामला, नगर निगम के सम्पत्तिकर विभाग का
बुधवार को समीक्षा बैठक में निगमायुक्त ने दी सख्त हिदायत
बड़े बकायादारों की कुर्की करने के दिए निर्देश
ग्वालियर, मध्यप्रदेश। सम्पत्तिकर वसूली का लक्ष्य हर हाल में पूरा करना है। इस कार्य में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। जो बड़े बकायादार हैं उनकी कुर्की करें और प्रचार प्रसार भी व्यापक रूप से किया जाए। बड़े बकायादारों में मैरिज गार्डन, होटल, हॉस्पिटल सहित अन्य सम्पत्तियां शामिल हैं इनसे हर हाल में वसूली की जाए। यह निर्देश निगमायुक्त शिवम वर्मा ने दिए। वह बुधवार को निगम मुख्यालय में संपत्ति की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान अपर आयुक्त आरके श्रीवास्तव, मुकुल गुप्ता, राजेश श्रीवास्तव, उपायुक्त जगदीश अरोरा सहित सभी सहायक सम्पत्तिकर अधिकारी उपस्थित रहे।
सिटी सेंटर स्थित नगर निगम मुख्यालय में बुधवार को आयोजित समीक्षा बैठक में प्रशासनिक भवन पर संपत्तिकर वसूली की समीक्षा करते हुए विभाग के सभी अधिकारियों की बैठक ली तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने संपत्तिकर वसूली की समीक्षा करते हुए उपायुक्त संपत्ति कर एवं वसूली प्रभारियों को निर्देशित किया कि अधिक से अधिक संपत्तिकर वसूली के लिए सभी अधिकारी अपने अपने क्षेत्र में कैंप आयोजित करें तथा नागरिकों को संपत्ति कर के बारे में जानकारी दें, जिससे नागरिक स्वेच्छा से आकर अपना संपत्ति कर जमा कर सकें। इसके साथ ही बड़े बकायेदारों को नोटिस जारी करें तथा कुर्की इत्यादि की कार्रवाई भी तेजी से करें। बैठक में उपायुक्त ने बताया कि अब तक 49 करोड़ 32 लाख रुपय सम्पत्तिकर वसूल किया गया है। यह पिछले साल की अपेक्षा 1 करोड़ 43 लाख रुपय कम है। निगमायुक्त ने कहा कि सम्पत्तिकर लक्ष्य 104 करोड़ है और इसे हर हाल में पूरा करना है। जो भी टीसी एवं एपीटिओ लक्ष्य की पूर्ति नहीं कर पायंगे उनके खिलाफ कार्यवाही की जायगी।
कचरा प्रबंधन शुल्क भी नहीं मिल रहा :
सम्पत्तिकर विभाग द्वारा कचरा प्रबंधन शुल्क (गार्बेज) भी पहले वसूला जा रहा था। लेकिन अब लोगों ने यह शुल्क देना बंद कर दिया है। अब तक 5 करोड़ 38 लाख रुपय गार्वेज शुल्क के रूप में वसूले जा चुके हैं। यह 49 करोड़ से अलग वसूली है। इसके अलावा बिजली कंपनी द्वारा 6 करोड़ 71 लाख रुपय का समायोजन भी किया गया है। यह राशि 30 मार्च को सम्पत्तिकर के रूप में जोड़ी जायेगी। इन तीनों को मिलाकर सम्पत्तिकर वसूली 61 करोड़ 41 लाख रुपये हो चुकी है।
यह निर्देश भी दिए :
संपत्तिकर वसूली का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार कराया जाए।
बकायादारों के नाम लिखे होर्डिंग भी लगाएं।
स्वच्छता वाहनों से भी सम्पत्तिकर वसूली का प्रचार-प्रसार कराएं।
संपत्तिकर जमा कराने के लिए लोगों को जागरूक किया जाए।
समस्त करसंग्रहक प्रतिदिन प्रदत्त लक्ष्य की पूर्ति अनिवार्य रूप से करें।
बड़े बकायेदारों से वसूली हेतु कर संग्रहक, सहायक संपत्तिकर अधिकारी, उपायुक्त, अपर आयुक्त एवं मदाखलत सामूहिक योजना बनाकर वसूली करें।
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