राज एक्सप्रेस। मध्यप्रदेश पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश की वर्तमान शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लॉकडाउन 4 के बाद भी प्रदेश में कोरोना के आंकड़े चिंताजनक है और सरकार का पूरा फोकस राहत देने के बजाय उपचुनाव पर है। उन्होंने कहा, सरकार द्वारा सारे फैसले उपचुनाव को देखते हुए लिए जा रहे हैं।
कमलनाथ प्रदेश की शिवराज सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि प्रदेशभर में आम जनता से कोरोना से लड़ने के लिए गाइडलाइन का पालन करने की अपील की जाती है और वहीं सत्ताधारी दल के लोग राजनीतिक कार्यक्रम कर इसका मजाक उड़ाते हैं।
पूर्व सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश में कोरोना की स्थिति भयावह है। कई शहर हॉटस्पॉट बने हुए है। स्थिति नियंत्रण से बाहर है। टेस्टिंग किट से लेकर अन्य संसाधनों का अभाव है। कोरोना से संक्रमित मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा, जिसके कारण वह दम तोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के निजी अस्पतालों पर सरकार का नियंत्रण नही है, वहां मरीजों से भारी बिल वसूले जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के 67 दिन होने के बाद भी मुख्यमंत्री या किसी भी मंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों की सुध भी नही ली हैं। प्रवासी मजदूरों के लिए कोई व्यवस्था नही की गई है। इस कारण कई मजदूरों की मौत भी हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता बिजली के बिल, पानी के बिल, स्कूल की फीस माफ करने की मांग कर रही है। गरीब वर्ग के लोग राहत पैकेज की मांग कर रहे है, लेकिन सरकार ध्यान नहीं दे रही। संक्रमण रोकने की क्या तैयारी है किसी को नही पता। इसके लिए ठोस कार्य योजना बनाने की जरूरत है।
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