मप्र पुलिस ई-विवेचना एप को राष्ट्रीय डिजिटल इंडिया अवार्ड में प्रथम पुरस्कार
भोपाल, मध्यप्रदेश। इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा आयोजित डिजिटल इंडिया अवॉर्ड 2022 के लिए डिजिटल इनिशिएटिव एट ग्रासरूट लेवल कैटेगरी में मध्यप्रदेश पुलिस को प्रथम पुरस्कार (प्लैटिनम अवॉर्ड) प्राप्त हुआ है, जिसकी घोषणा इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा बुधवार को डिजिटल इंडिया की वेबसाइट पर दी गई है। यह अवॉर्ड डिजिटल सेवा प्रदाय करने के लिए दिया जाता है। उक्त अवॉर्ड प्राप्त करने पर मध्यप्रदेश पुलिस के मुखिया पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना ने हर्ष व्यक्त करते हुए राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो की टीम को बधाई दी है।
डिजिटल इंडिया अवॉर्ड के लिए नामांकन की प्रक्रिया ऑनलाइन की गई थी, जिसमें सम्पूर्ण भारत से नॉमिनेशन प्राप्त हुए थे। नॉमिनेशन की प्रक्रिया में शॉर्टलिस्ट होने के उपरांत एडीजी एससीआरबी चंचल शेखर एवं एआईजी सीसीटीएनएस प्रांजलि शुक्ला द्वारा नई दिल्ली में ज्यूरी के समक्ष ई- विवेचना एप का प्रजेन्टेशन दिया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कर कमलों द्वारा 7 जनवरी 2023 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में यह अवॉर्ड मध्यप्रदेश राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो के एडीजी चंचल शेखर और उनकी टीम में शामिल एआईजी हेमंत चौहान, एआईजी प्रांजलि शुक्ला, निरीक्षक इंद्रा नामदेव और हेड कांस्टेबल सुरेन्द्र रघुवंशी को ई- विवेचना एप के उल्लेखनीय उपयोग और पहल करने के लिए दिया जाएगा।
अब तक 90724 से अधिक केस डायरी जमा :
एडीजी चंचल शेखर ने बताया कि सीसीटीएनएस के माध्यम से थानों का कार्य डिजिटल हुआ है। स्मार्ट (सेंसिटिव, मोबाइल, अलर्ट, रिलायबल और टेक सेवी) पुलिसिंग की अवधारणा को लागू करने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा मैदानी स्तर पर पुलिसकर्मियों को डिजिटल टूल के रूप में ई- विवेचना एप विकसित कर उपलब्ध कराया गया है। विवेचक टैबलेट की सहायता से मौके पर ही वास्तविक समय में विवेचना कर सकते हैं, जिससे अपराध की विवेचना में पारदर्शिता एवम गुणवत्ता आई है। इस एप की मदद से विवेचक घटनास्थल का विवरण जैसे फोटो, वीडियो, गवाहों के बयान, घटनास्थल के वास्तविक निर्देशांक और केस डायरी की जानकारी सीधे सीसीटीएनएस में भर सकते हैं। अब तक इस एप के माध्यम से 24,231 मामलों में 90724 से अधिक केस डायरी जमा की जा चुकी है।
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