भोपाल, मध्य प्रदेश। सीधी में ओवरलोडिंग की वजह से हुई बस दुर्घटना के बाद राजधानी समेत प्रदेश के कई शहरों में बसों की चैकिंग का अभियान दूसरे दिन शुक्रवार को भी जारी रहा। इस दौरान राजधानी में खुद परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने सड़कों पर उतरकर बसों की चैकिंग की। इस दौरान भोपाल-होशंगाबाद और भोपाल-रायसेन मार्ग पर लगभग 2 दर्जन यात्री बसों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान 6 बसों के फिटनेस प्रमाण-पत्र मौके पर ही निरस्त किये गये। साथ ही परिवहन नियमों का उल्लंघन करने वाली 11 यात्री बसों को जप्त किया गया। राजपूत ने जप्त बसों के यात्रियों को असुविधा न हो, इसके लिये उन्हें गंतव्य तक पहुँचाने की व्यवस्था की।
23 हजार की चालानी कार्यवाही :
परिवहन मंत्री राजपूत ने बताया कि, निरीक्षण के दौरान 5 बसों के विरूद्ध मौके पर ही परमिट शर्तों के उल्लघंन, जिसमें क्षमता से अधिक सवारी, दस्तावेज मौके पर नहीं पाये जाने पर चालानी कार्यवाही की गई। इनमें से वाहन क्रमांक एमपी04, एफ ए 5219 और एमपी 09, एफ ए 2477 पर तीन-तीन हजार रुपये, एमपी32, पी 0156 पर 10 हजार रुपये, एमपी 38, पी 0344 पर दो हजार रूपये एवं वाहन क्रमांक एमपी 07, पी 0555 पर 5 हजार रूपये का अर्थदण्ड लगाया गया। इस तरह मौके पर ही कुल 23 हजार के चालान काटे गए। परिवहन मंत्री ने भोपाल-होशंगाबाद मार्ग पर चलने वाली बसों के परमिट, फि टनेस, यात्री क्षमता, पीयूसी एवं यात्रियों के टिकट आदि संबंधी प्रपत्र चेक किए। मौके पर ही 11 यात्री बसों को जप्त करने की कार्यवाही की गई।
मंत्री ने बस मालिकों को दी चेतावनी :
परिवहन एवं राजस्व मंत्री राजपूत ने बस मालिकों को सचेत करते हुए कहा कि, जो बस मालिक नियमों का पालन नहीं कर रहे, वे स्वयं अपना परमिट एवं लायसेंस सरेडंर कर दें। उन्होंने कहा कि, नियम विरूद्ध चलने वाले वाहनों के खिलाफ यह कार्यवाही हमेशा जारी रहेगी।निरीक्षण के दौरान अपर आयुक्त परिवहन अरविंद सक्सेना, आरटीओ भोपाल संजय तिवारी, आरटीओ होशंगाबाद मनुज तेहनगुरिया, आरटीओ विदिशा गिरजेश वर्मा, आरटीओ रायसेन रितेश तिवारी और अन्य अमला उपस्थित रहा।
कार्रवाई से मचा हड़कंप, वापस लौटीं बसें :
इधर गुरूवार के बाद शुक्रवार को कार्रवाई के दौरान परिवहन मंत्री के मैदान पर उतरने से बस संचालकों में भी हड़कंप मच गया, जैसे ही कार्रवाई की खबर संचालकों तक पंहुची तो उन्होंने फोन लगाकर अपने स्टॉफ को बसें रोकने के लिए कहा, इस दौरान कार्रवाई के डर से कई बसें रास्तों में रूक गईं, तो वहीं कुछ बसें रास्ता बदलकर निकलीं। कुछ बसें बस अड्डों पर ही खड़ी हो गईं, कुछ आधे रास्ते से लौट गईं, कार्रवाई की खबर के बीच सागर और इंदौर से समेत अन्य रास्तों से आ रहीं बसें भी कुछ देर के लिए भोपाल के बाहर ही रूक गईं। बस संचालक और कर्मचारी अपने सूत्रों से मोबाइल पर कार्यवाही की जानकारी दिनभर लेते रहे।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।