भोपाल, मध्य प्रदेश। आज देश के युवाओं में खुद को अकेला महसूस करना या अन्य किसी समस्या के चलते खुदखुशी करना बहुत ही आम बात हो गई है। आज देशभर से आत्महत्या करने के कई मामले सामने आ चुके है। कई मामले तो ऐसे भी सामने आए है, जिनमें सही समय पर पुलिस या किसी और के द्वारा व्यक्ति को बचाया गया हो। ऐसा ही एक मामला शुक्रवार को भोपाल से सामने आया है। इस मामले में डायल-100 द्वारा तत्परता पूर्वक कार्यवाही कर लड़की की जान बचाई।
क्या है मामला :
दरअसल, यह मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के कोलार FRV-43 पुलिस स्टेशन से एक मामला सामने आया है। जो कि, गुरुवार का है। इस मामले के तहत कल रात करीबन सवा 8 बजे एक लड़की ने अपने आप को खुदके ही फ्लेट के एक कमरे में बंद कर लिया था, लोगों के काफी बोलने पर भी वह नही खोल रही थी। तब तुरंत इस बारे में जानकारी डायल-100 पर दी गई। जानकारी मिलते ही नेटव्यूअर स्टाफ महिला आरक्षक 990 जीडी रचना परमार एवं महिला आरक्षक 3233 जीडी मंजू सिंह ने FRV में लगे स्टाफ हेड कॉन्स्टेबल 911 महेंद्र भास्कर एवं पायलट दिनेश बैरागी को सूचना दी। FRV स्टाफ तत्काल लड़की के फ्लेट पर पंहुचा और दरवाजा तोड़कर लड़की की जान बचाई।
2 दिन से थी कमरे में बंद :
खबरों की मानें तो, एक 28 वर्षीय युवती प्रॉपर इंदौर की रहने वाली है उसके पिता का देहांत हो चुका है और वेह अपनी माता और भाई के साथ इंदौर की जवाहर कॉलोनी में रहती है। युवती 3 दिन पहले ही इंदौर से भोपाल आई थी और अपने कोलार स्थित फ्लैट पहुची थी और उसने दो दिन से खुद को कमरे में बंद करके रखा था, वह किसी के कहने पर भी दरवाजा नहीं खोल रही थी। जिससे पड़ोसीयों को शक हुआ और उसने युवती के भाई को इंदौर फोन लगाकर सूचना दी। युवती के भाई ने भोपाल में रहने वाले अभय नाम के दोस्त को बताया, जिन्होंने 100 नम्बर पर सूचना दी। जानकारी मिलते ही डॉयल 100 स्टॉफ द्वारा मौके पर पहुचकर देखा तो अंदर से दरवाजा बंद था, अंदर से ताला बंद होने के कारण कॉलोनी के अध्यक्ष को बुलाकर दरवाजा तोड़ा गया। इसके बाद वेह जिस कमरे में थी वो कमरा अंदर से बंद किया हुआ था।
पंखे में बंधा था फांसी का फंदा :
पुलिस ने बताया है कि, 'जब पुलिस ने खिड़की से झांक कर देखा तो युवती कमरे के एक कोने में डरी सहमी बैठी दिखाई दे रही थी, जिसे पुलिस स्टॉफ द्वारा काफी मुश्किल से समझा-बुझाकर कर अंदर से ताला खुलवाया। कमरे के अंदर दुपट्टे से पंखे में फांसी का फंदा बंधा हुआ था। युवती से खुद को बंद करने व फंदा लगाने के संबंध में महिला स्टॉफ द्वारा काफी पूछताछ की गई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।गेट खुलवाने के बाद भोपाल में रह रहे युवती के बहनोई व को बुलाया गया, जिनके साथ युवती ने जाने से मना कर दिया। उपरांत वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में युवती को गौरवी संस्थान छोड़ा गया है।' फिलहाल घटना का कारण पता नहीं चल सका है। कोलार पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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