DGP सुधीर कुमार सक्सेना ने ब्रास बैंड प्रशिक्षण कार्यक्रम में कहा - टीमवर्क की प्रेरणा देता है पुलिस बैंड
हाइलाइट्स :
प्रदेश की सभी पुलिस इकाइयों में पुलिस ब्रास बैंड की स्थापना।
10 जनवरी से प्रारंभ 90 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम।
मुख्यमंत्री यादव ने पुलिस बैंड स्थापित करने के दिए थे निर्देश।
भोपाल। पुलिस बैंड टीमवर्क की प्रेरणा देता है और राष्ट्रीय भावना जाग्रत करने में पुलिस बैंड का महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह बात डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना ने राज्य स्तरीय ब्रास बैंड प्रशिक्षण कार्यक्रम में कही है। मुख्यमंत्री यादव के निर्देश के बाद प्रदेश की सभी पुलिस इकाइयों में पुलिस ब्रास बैंड की स्थापना की जा रही है। पदभार ग्रहण करने के तीसरे दिन ही मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने पुलिस मुख्यालय में आयोजित पुलिस अधिकारियों की समीक्षा बैठक में पुलिस बैंड की महत्ता पर बल देते हुए कहा था कि हर जिले में पुलिस बैंड की स्थापना की जाए।
भोपाल की सातवीं वाहिनी स्थित मध्यप्रदेश पुलिस बैंड ट्रेनिंग प्रशिक्षण विद्यालय में बुधवार को राज्य स्तरीय ब्रास बैंड प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना ने कहा कि, पुलिस बैंड सभी को टीमवर्क की प्रेरणा देता है। 10 जनवरी से प्रारंभ इस 90 दिवसीय प्रशिक्षण में सातवीं वाहिनी भोपाल में 100, प्रथम वाहिनी इंदौर में 107 तथा छठीं वाहिनी जबलपुर में 123 पुलिस अधिकारियों को बैंड वादन तथा वाद्य यंत्रों का सघन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन 330 प्रशिक्षुओं में प्रदेश की सभी बटालियनों के पुलिसकर्मी सम्मिलित किए गए हैं ताकि सभी इकाइयों में बैंड स्थापना के लक्ष्य को शीघ्र पूरा किया जा सके।
डीजीपी सक्सेना ने कहा कि राष्ट्रीय पर्वों पर पुलिस बैंड महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जब बैंड की धुन बजती है तो सभी में देशभक्ति की भावना का संचार होता है और गर्व का अनुभव होता है। राष्ट्रीय भावना जाग्रत करने में पुलिस बैंड का महत्वपूर्ण स्थान है। विभिन्न अवसरों पर पुलिस बैंड का प्रदर्शन जनमानस और पुलिस के बीच की सहभागिता को बढ़ाता है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर सातवीं वाहिनी के पुलिस ब्रास बैंड ने बेहतरीन प्रस्तुति देकर सभी में देशप्रेम की भावना जाग्रत कर दी। ब्रास बैंड ने देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत गीतों की लयबद्ध प्रस्तुति दी। ब्रास बैंड की प्रस्तुति की सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने सराहना की।
MP का एकमात्र बैंड एवं बिगुलर ट्रेनिंग सेंटर :
मध्यप्रदेश राज्य के गठन के समय से ही प्रदेश में पुलिस बैंड स्थापित रहा है। सातवीं वाहिनी स्थित बैंड स्कूल का गठन 15 अगस्त 1988 को हुआ था। मध्यप्रदेश पुलिस बैंड ट्रेनिंग स्कूल प्रदेश का एकमात्र बैंड एवं बिगुलर ट्रेनिंग सेंटर है। यहां पर गठन से अभी तक ब्रास बैंड में अधिकारी, कर्मचारियों सहित लगभग 308 प्रशिक्षणार्थी एवं पाइप बैंड के लगभग 131 अधिकारी, कर्मचारी रिफ्रेशर फोर्स के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त कर विभिन्न इकाइयों में बैंड वादन कर रहे हैं। साथ ही बिगुल वादन में 18 सत्र चलाकर कुल 372 प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षित किया गया है। वर्तमान में प्रथम वाहिनी इंदौर, द्वितीय वाहिनी ग्वालियर, नवीं वाहिनी रीवा, छठी वाहिनी जबलपुर और सातवीं वाहिनी भोपाल में पुलिस बैंड दल उपलब्ध है।
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