जेल में बैरक के जंगलें पर लटका मिला कैदी
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जेल में बैरक के जंगलें पर लटका मिला कैदी, संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की आशंका

डबरा, मध्यप्रदेश : सब जेल डबरा में हत्या के मामले में निरूद्ध विचाराधीन बंदी का शव बैरक क्रमांक 03 के जंगले से लटका हुआ मिला। मृतक के शरीर पर चोटों के निशान थे।
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डबरा, मध्यप्रदेश। सब जेल डबरा में हत्या के मामले में निरूद्ध विचाराधीन बंदी का शव गुरूवार की सुबह बैरक क्रमांक 03 के जंगले से लटका हुआ मिला, मृतक के शरीर पर चोटों के निशान थे, विचाराधीन बंदी का शव बैरक के जंगले से लटका हुआ मिलने की सूचना पर मजिस्ट्रेट, जेल अधीक्षक मौके पर पहुंच गए और घटनास्थल का मुआयना कर मृतक बंदी का शव पोस्टमार्टम के लिए पीएम हाउस भिजवाया। वही मृतक पुत्र ने जेल प्रबंधन पर जेल में निरूद्ध पिता से वसूली के लिए प्रताड़ित करने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।

पिछोर थाना क्षेत्र के छपरा गांव में पूर्व सरंपच की हत्या के मामले में 22 मार्च 2021 से जेल में निरूद्ध विचारधीन बंदी कमलसिंह पुत्र सांवलिया शाक्य उम्र 50 वर्ष का गुरूवार की सुबह बैरक में चार फीट के जंगले पर नाडें से बनाएं फंदे से झूलता हुआ मिला। सब जेल की बैरक जिसमें 20 से 25 बंदी सहित स्टाफ एंव प्रहरी रहता है, उसमें विचारधीन बंदी का फांसी पर लटका हुआ शव मिलने से हड़कप मंच गया। कैदी का फांसी पर शव लटका हुआ मिलने की सूचना पर जेल प्रबंधन ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया, सूचना पर जेल अधीक्षक मनोज साहू एवं मजिस्ट्रेट सब जेल पहुचें एंव विचारधीन बंदी द्वारा लगाई गई फांसी स्थल को देखा एंव शव का मुआयना कर मृतक के शव को पीएम के लिए भिजवाया। जहां पुलिस बल की उपस्थिति में मृतक विचारधीन बंदी के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। गांव में झगड़े की आशंका के चलते पुलिस ने मृतक के शव को गांव नहीं ले जाने दिया और पीएम हाउस के पास बने मृक्तिधाम में मृतक विचाराधीन बंदी का अंतिम संस्कार करवा दिया।

परिजनों ने लगाए जेल प्रबंधन पर गंभीर आरोप :

मृतक के परिजनों ने जेल प्रबंधन पर मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगाया है। विचाराधीन बंदी कमल सिंह की मौत की सूचना के बाद परिजन उपजेल डबरा पहुंच गए। मृतक के पुत्र दीपक ने बताया कि पित के शरीर पर चोट के निशान साफ तौर पर मौत की कहानी कह रहे हैं। मृतक के शरीर पर कई जगह चोट के निशान दिख रहे हैं, बंदी के परिजनों ने बताया कि जेल प्रबंधन लगातार खर्चे के लिए पैसे की मांग परिजनों से करते थे, मृतक के पुत्र ने यह भी कहा है कि उन्होंने कई बार जेल प्रशासन के प्रहरियों को जेल में बंद पिता की देखरेख एवं अन्य खर्चे के लिए पैसे दिए हैं। दूसरी तरफ जेल प्रशासन इसे आत्महत्या बता रहा है।

इनका कहना है :

सब जेल में निरूद्ध विचाराधीन बंदी द्वारा नाड़े का फंदा बनाकर चादर का सर्पोट लगाकर आत्महत्या की गई है। जिसमें बैरक के जागिया एवं बैरक पर पहरा देने वाले प्रहरी की लापरवाही प्रथमदृष्टया नजर आ रही है। लापरवाही बरतने पर प्रहरी धर्मेन्द्र जाटव को निलंबित कर दिया गया है, वही जागिया के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही है। मामले की मजिस्ट्रियल जांच भी कराई जाएगी।

मनोज साहू, जेल अधीक्षक, ग्वालियर

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