नर्मदापुरम, मध्यप्रदेश। विश्व प्रसिद्ध पर्वतीय और पर्यटन स्थल मध्यप्रदेश के पचमढ़ी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनका मंत्रिमंडल आज से दो दिनों तक ‘आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश’ की परिकल्पना को साकार करने और जनकल्याण से जुड़ी विभिन्न योजनाओं पर गहन विचार विमर्श करेगा। आज मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में पचमढ़ी में आज कैबिनेट के समस्त सदस्यों के साथ राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के गायन के साथ दो दिवसीय चिंतन बैठक का शुभारंभ हुआ।
कैबिनेट के समस्त सदस्यों के साथ चर्चा
MP मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने पचमढ़ी में आयोजित दो दिवसीय चिंतन बैठक का शुभारंभ कर कैबिनेट के समस्त सदस्यों के साथ चर्चा कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कही ये बात
दो दिवसीय चिंतन बैठक में MP सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा- हमने तय किया कि पचमढ़ी के प्राकृतिक सौंदर्य के बीच बैठकर बिना किसी आडंबर के हम गंभीर चिंतन करेंगे, कल शाम तक यह चिंतन चलेगा। निश्चित तौर पर इस चिंतन मंथन से जो अमृत निकलेगा, उसको हम जनता के बीच बाटेंगे, जनता के कल्याण के लिए, प्रदेश के विकास के लिए इसका उपयोग करेंगे। इसलिए मेरा कहना है कि 2 दिन सारी चिंताएं छोड़ कर कॉन्स्टिटुएंसी में क्या हो रहा है, क्षेत्र और दुनिया में क्या हो रहा है। वह सब ठीक-ठाक हो जाएगा उसकी चिंता ना करें। हम शरीर मन बुद्धि और आत्मा यही केंद्रित करें।
बताते चलें कि, पचमढ़ी में आयोजित चिंतन बैठक से पहले आज कैबिनेट के साथी मंत्री गणों ने पौधरोपण किया। MP मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- मैंने गुलमोहर का पौधा रोपित किया। यह पौधे प्रकृति का सौंदर्य ही नहीं बढ़ाएंगे, बल्कि चिंतन बैठक की अनमोल स्मृतियों को संजोकर सदैव ताजा बनाए रखेंगे।
धरती पर जीवन का सबसे सशक्त आधार पेड़-पौधे ही हैं। यही वर्षा और अन्न-धन की समृद्धि का आधार हैं। आज पचमढ़ी प्रवास के दौरान मंत्री परिषद के सदस्यों के साथ नीले गुलमोहर का पौधा रोपा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
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