इंदौर, मध्यप्रदेश। कांग्रेस हार की वजह जानने के लिए मंगलवार को मंथन करेगी। इसके लिए इंदौर से भी कई नेता पीसीसी चीफ की बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचेंगे। लोकसभा सहित तीन पर भाजपा और एक पर कांग्रेस विजयी हुई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने उपचुनाव की जानकारी कांग्रेस आलाकमान को भी दे दी, लेकिन अब मंथन के लिए 9 नवंबर को भोपाल में कमलनाथ ने बैठक बुलाई है, जिसमें वरिष्ठ नेताओं के अलावा कांग्रेस के चारों उम्मीदवार और सारे प्रभारी भी मौजूद रहेंगे और यह जानने की कोशिश की जाएगी कि आखिर हार की वजह क्या थी।
स्थानीय मुद्दों के बाद भी क्यों हारें :
कांग्रेस का मानना है कि जब महंगाई, बेरोजगारी, किसान मुद्दे सहित स्थानीय मुद्दे चुनाव में उठाए तो भी हार कांग्रेस की क्यों हुई, जबकि मुद्दे केन्द्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ थे।
उम्मीदवारों के अलावा प्रभारियों की भी होगी क्लास :
प्रदेश में चार उपचुनाव हुए, इनमें दो उपचुनाव इंदौर संभाग के खंडवा-बुरहानपुर लोकसभा के अलावा जोबट विधानसभा और पृथ्वीपुर, शामिल है।
खोई हुई साख को वापस पाने की कोशिश :
देश की राजनीति में अपनी खोई साख को पाने की कोशिश में जुटी कांग्रेस ने राजनीति में स्वच्छता लाने का काम शुरू किया है। पार्टी ने प्राथमिक सदस्यता के लिए भी नए नियम बनाए हैं जिसका सख्ती से पालन करवाया जाएगा।
नए सदस्य सार्वजनिक रूप से आलोचना न करें :
पार्टी की नीतियों को नए सदस्य सर्वजनिक रूप से पार्टी की नीतियों को भी आलोचना नहीं कर सकेंगे। इसके लिए पार्टी हाईकमान से भी कई दिशा-निर्देश जारी हुए हैं जिसे लेकर कांग्रेस के पीसीसी चीफ ने पूर्व में भी इस मामले में एक बैठक बुलाई थी और संबंधित नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक लेकर कई मुद्दों पर चर्चा हो चुकी है।
नए सदस्य को 10 वादे करने होंगे :
नए सदस्यता अभियान से पहले तैयार किए गए फॉर्म के मुताबिक, नए सदस्यों को 10 व्यक्तिगत वादे करने होंगे। सदस्यता अभियान को लेकर पार्टी की ओर से नया मेंबरशिप फॉर्म जारी किया गया है। मेबरशिप फॉर्म में कई बदलाव किए गए हैं। इसके तहत पार्टी द्वारा दस बिंदुओं का उल्लेख किया गया है।
हलफनामा देना होगा :
नए सदस्य बनाने में एक शर्त यह भी है कि सदस्यता लेने वाले व्यक्ति को यह हलफनाना देना होगा कि वह पार्टी की नीतियों व निर्णयों की आलोचना सार्वजनिक तौर पर नहीं करेगा। इससे अलावा यह शर्त भी रखी गई है कि सदस्यता लेने वाला कोई भी व्यक्ति कानूनी सीमा से अधिक संपत्ति नहीं रखेगा।
अभियान हो चुका है शुरू :
कांग्रेस का सदस्यता महाअभियान 1 नवंबर से शुरू हो चुका है। मध्यप्रदेश में इस महाअभियान की शुरुआत प्रदेश अध्यक्ष पूर्व मुख्यमन्त्री कमलनाथ 1 नवंबर को सुबह 11 बजे से कर दी थी। यह अभियान 31 मार्च, 2022 तक चलाया जाएगा।
कांग्रेस के सभी नेता जुटे :
कांग्रेस के सभी जिला अध्यक्ष ब्लॉक अध्यक्ष, जिला के प्रभारी, विधायक, कार्यकारी अध्यक्ष मोर्चा संगठनों, विभागों और प्रकोष्ठ के अध्यक्षों कांग्रेस के इस सदस्यता महाअभियान के लिए जुट चुके हैं। जिला ब्लॉक, मतदान केन्द्र स्तर पर नौजवानों, महिलओं, आदिवसी, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक व अन्य प्रबुद्ध नागरिकों, व्यापारी वर्ग, इंजीनियर, डॉक्टर्स, प्रोफेशनसं सहित आम नागरिकों को अधिक से अधिक संख्या में कांग्रेस के इस सदस्यता महाअभियान में फोकस रहेगा।
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