जबलपुर। मंडला जिले की निवास तहसील स्थित नगर परिषद कार्यालय में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब जबलपुर से पहुंची लोकायुक्त की टीम ने नगर परिषद के मुख्य नगर पालिका अधिकारी (सीएमओ) विकेश कुमरे को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ लिया। उक्त रिश्वत सीएमओ विकेश कुमरे द्वारा दैनिक वेतन भोगी कर्मी संदीप दुबे के जरिए ली जा रही थी।
लोकायुक्त पुलिस अधिकारियों ने बताया कि महाराजपुर मंडला निवासी जगमोहन सिंह पिता स्वर्गीय मुरारीलाल उम्र 47 वर्ष द्वारा नलकूप खनन का कार्य किया था। जिसके 1 लाख 97 हजार 296 रुपए का बिल भुगतान के लिए आवेदन दिया गया। बिल के भुगतान के लिए नगर परिषद की मुख्य नगर पालिका अधिकारी (सीएमओ) 50 हजार रुपए रिश्वत की मांग की गई। पीडि़त जगमोहन सिंह ने इस बात की शिकायत जबलपुर पहुंचकर लोकायुक्त एसपी संजय साहू से शिकायत की। इसके बाद सीएमओ विकेश कुमरे के कहने पर बुधवार को निवास स्थित एमपीईबी कार्यालय के सामने मुख्य मार्ग पर नलकूप शाखा में पदस्थ दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संदीप दुबे को 50 हजार रुपए की रिश्वत दी। जैसे ही संदीप दुबे ने रिश्वत की राशि अपने पेंट के जेब में रखी, तभी लोकायुक्त टीम के डीएसपी दिलीप झरबड़े, इंस्पेक्टर स्वप्रिल दास, मंजू तिर्की सहित टीम के अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों ने दबिश देकर संदीप दुबे को पकड़ लिया। जबलपुर लोकायुक्त टीम की कार्यवाही से नगर परिषद कार्यालय में हडक़म्प मच गया, देखते ही देखते आफिस के अन्य कर्मचारी भी आ गए, जिनके बीच तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त रहीं।
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