भोपाल, मध्य प्रदेश। आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में मुख्यमंत्री निवास कार्यालय, समत्व भवन में प्रशांति मेडिकल सर्विस एंड रिचर्स फाउंडेशन और राज्य शासन की ओर से लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के मध्य एमओयू किया गया। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री, अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान, आयुक्त स्वास्थ्य सुदाम खाड़े तथा प्रशांति मेडिकल सर्विस एंड रिसर्च फाउंडेशन की पदाधिकारी उपस्थित थीं।
सरकार सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध: मुख्यमंत्री
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज ने आज निवास कार्यालय समत्व में फाउंडेशन और राज्य शासन की ओर से लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के मध्य हुए एमओयू के अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित किया और कहा है कि, राज्य सरकार सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। बच्चों में जन्मजात हृदय विकार का उपचार माता-पिता सरलता से करा सकें और विशेषज्ञ सेवाएँ उपलब्ध हों, इसी उद्देश्य से प्रशांति मेडिकल सर्विस एडं रिसर्च फाउंडेशन के साथ एमओयू किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘वैष्णव जन को तेने कहिए-पीर पराई जाने ते’ के सिद्धांत पर कार्य कर रहे फाउंडेशन की इस पहल से प्रदेश के प्रभावित बच्चों को बड़ी राहत मिलेगी। एक हजार जीवित बच्चों में से लगभग 9 बच्चों में जन्मजात हृदय विकार की समस्या रहती है, जिसके उपचार पर एक लाख से पाँच लाख रूपए तक का व्यय आता है। अत: गरीब और निम्न मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए यह इलाज कठिन हो जाता है। रोग की समय पर पहचान तथा सही उपचार मिलने पर बच्चे अपना सामान्य जीवन व्यतीत कर सकते हैं।
इसी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना संचालित करने का निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना में नारायणा हृदयालय मुम्बई, चिरायु अस्पताल भोपाल, अरविंदो अस्पताल इंदौर में बच्चों के उपचार की व्यवस्था की गई। राज्य सरकार ने वर्ष 2019 में प्रशांति मेडिकल सर्विस एंड रिसर्च फाउंडेशन के साथ दो वर्ष के लिए अनुबंध किया और कुल 117 बच्चों को नि:शुल्क उपचार प्रदान किया गया। अब पुन: एमओयू हो रहा है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।