नीम के फूल, पेपरवेट, चिड़ियाघर जैसी "गिरिराज किशोर" की रचनाएं साहित्य जगत को सदैव सुवासित करती रहेंगी: सीएम
Giriraj Kishore Birth Anniversary 2023: आज हिंदी के प्रसिद्ध उपन्यासकार, सशक्त कथाकार, नाटककार एवं आलोचक, साहित्य अकादमी, भारतेंदु पुरस्कार व पद्मश्री से अलंकृत गिरिराज किशोर की जयंती है। गिरिराज किशोर की जयंती पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर उन्हें नमन किया है।
गिरिराज किशोर की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन: CM
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने ट्वीट कर लिखा- हिंदी के प्रसिद्ध उपन्यासकार, सशक्त कथाकार, नाटककार एवं आलोचक, साहित्य अकादमी, भारतेंदु पुरस्कार व पद्मश्री से अलंकृत गिरिराज किशोर की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन, नीम के फूल, पेपरवेट, चिड़ियाघर जैसी आपकी रचनाएं साहित्य जगत को सदैव सुवासित करती रहेंगी।
8 जुलाई, 1937 को उत्तर प्रदेश में हुआ था गिरिराज किशोर का जन्म
गिरिराज किशोर का जन्म 8 जुलाई, 1937 को उत्तर प्रदेश में हुआ था। अपनी शिक्षा के अंतर्गत उन्होंने 'मास्टर ऑफ सोशल वर्क' की डिग्री 1960 में 'समाज विज्ञान संस्थान', आगरा से प्राप्त की थी। गिरिराज किशोर 1960 से 1964 तक उत्तर प्रदेश सरकार में सेवायोजन अधिकारी व प्रोबेशन अधिकारी भी रहे थे। वही, पद्मश्री से सम्मानित वरिष्ठ हिंदी साहित्यकार गिरिराज किशोर का निधन 9 फरवरी, 2020 को कानपुर में उनके आवास पर हृदय गति रुकने से हुआ था, अपने लोकप्रिय उपन्यासों जैसे ‘ढाई घर’ और 'पहला गिरमिटिया' आदि के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।
गिरिराज किशोर हिन्दी के प्रसिद्ध उपन्यासकार होने के साथ-साथ एक सशक्त कथाकार, नाटककार और आलोचक थे।
इनके सम-सामयिक विषयों पर विचारोत्तेजक निबंध विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं के माध्यम से प्रकाशित होते रहे हैं।
वर्ष 1991 में प्रकाशित इस कृति को 1992 में ही साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित कर दिया गया था।
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