राज एक्सप्रेस। थाईलैण्ड के फुकेट शहर में मोटर बाईक हादसे में मारी गई छतरपुर की बेटी प्रज्ञा पालीवाल का शव आज भारत आ जाएगा। भारत सरकार के हस्ताक्षेप और मप्र सरकार की मदद के बाद आखिरकार पीड़ित परिवार को दो दिन की लंबी जद्दोजहद के बाद बेटी का शव मिल जाएगा। उल्लेखनीय है कि, पीड़ित परिवार ने छतरपुर विधायक आलोक चतुर्वेदी से इस मामले में मदद की गुहार लगाई थी। विधायक की पहल पर म.प्र. सरकार ने शव का वापिस लाने के लिए पीड़ित परिवार की न सिर्फ आधिकारिक मदद की, बल्कि शव को वापिस लाने के लिए खर्च भी उठाया।
विधायक आलोक चतुर्वेदी का कहना :
विधायक आलोक चतुर्वेदी ने बताया कि, मप्र सरकार को उन्होंने जब इस मामले की सूचना दी तो मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित सरकार ने इसे गंभीरता से लिया। सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन ने पीड़ित परिवार के दो सदस्यों को शव लाने के लिए दिल्ली भेजने का पूरा इंतजाम किया। परिवार के दो सदस्य दीपक एवं रवि पालीवाल दिल्ली के मप्र भवन में पहुंचे और जरूरी कार्यवाही को पूरा किया गया। तदोपरांत मप्र सरकार ने भारतीय करेंसी के हिसाब से लगभग 2 लाख 30 हजार रूपए की राशि थाई सरकार को ट्रांसफर की जिसके बाद हवाई जहाज से शव को भारत लाने की संपूर्ण औपचारिकताएं पूर्ण हुईं। शव के वापिस आने के बाद उसे दिल्ली से छतरपुर तक एक शव वाहन द्वारा लाया जाएगा।
9 अक्टूबर को हुई थी प्रज्ञा पालीवाल की मौत :
उल्लेखनीय है कि, 9 अक्टूबर की रात करीब 8 बजे प्रज्ञा पालीवाल अपने मित्र नितेश मिश्रा के साथ मोटर बाईक से फुकेट शहर में घूम रही थीं, इसी दौरान उनकी मोटर बाईक एक कार से टकरा गई। इस हादसे में प्रज्ञा पालीवाल की मौत हो गई थी, जबकि नितेश मिश्रा घायल हुए थे। हादसे के बाद जब पीड़ित परिवार को बेटी की मौत की खबर लगी, तो छतरपुर के सीताराम कॉलोनी में रहने वाले प्रज्ञा के पिता शिवकुमार पालीवाल एवं उनके भाई दीपक पालीवाल ने छतरपुर विधायक आलोक चतुर्वेदी के घर पहुंचकर मदद मांगी थी। विधायक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल मुख्यमंत्री कार्यालय बात कर सरकार को इसकी सूचना दी थी। सरकार हरकत में आई।
आज थाईलैण्ड से भारत आएगा शव :
उधर लोगों ने ट्वीटर पर मुहिम चलाकर प्रज्ञा के शव को वापस लाने के लिए केन्द्र सरकार से भी मदद मांगी थी जिसके बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर का भी बयान सामने आया था और विदेश मंत्रालय ने भी मदद का भरोसा दिलाया। चूंकि पीड़ित परिवार के किसी सदस्य के पास शव को वापस लाने के लिए राशि एवं पासपोर्ट का इंतजाम नहीं था जिसके चलते यह परिवार परेशान था। आखिरकार प्रज्ञा पालीवाल का शव आज थाईलैण्ड से भारत आएगा और उसके बाद उसे शव वाहन के जरिये दिल्ली से छतरपुर लाया जाएगा। प्रज्ञा पालीवाल के पिता शिवकुमार पालीवाल ने मदद के लिए सबसे पहले आगे आए विधायक आलोक चतुर्वेदी का आभार जताया है।
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