कक्षाओं की कमी से जूझ रहे महाराजा कॉलेज के विद्यार्थी
कक्षाओं की कमी से जूझ रहे महाराजा कॉलेज के विद्यार्थीPankaj Yadav

कक्षाओं की कमी से जूझ रहे महाराजा कॉलेज के विद्यार्थी

छतरपुर, मध्यप्रदेश : जिले के सबसे प्रतिष्ठित महाविद्यालय महाराजा कॉलेज में छात्र सुविधाओं की कमी से जूझ रहे है, नहीं हो पा रहा जनभागीदारी कोष में मौजूद राशि का उपयोग।
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राज एक्सप्रेस। मध्यप्रदेश के जिला मुख्यालय पर मौजूद जिले छतरपुर के सबसे प्रतिष्ठित महाविद्यालय महाराजा कॉलेज में प्रवेश पाने का सपना हर विद्यार्थी का होता है लेकिन प्रवेश पाने वाले विद्यार्थियों को यहां सुविधाओं के लिए जूझना पड़ रहा है। कॉलेज में विद्यार्थियों के सामने सबसे बड़ी समस्या कक्षाओं की है। इस महाविद्यालय में इस वर्ष लगभग 8 हजार विद्यार्थी अध्ययनरत हैं लेकिन एक परीक्षा के दौरान अधिकतम 3 हजार छात्रों के ही एक समय में बैठने की व्यवस्था मौजूद है। महाविद्यालय में साफ पानी, अच्छे टॉयलेट्स की भी कमी है। दूसरी तरफ जन भागीदारी कोष में मौजूद लगभग 4 करोड़ रुपए की राशि का सदुपयोग नहीं हो पा रहा है।

बढ़ रही छात्रों की संख्या, इंतजाम सीमित :

कॉलेज में प्रतिवर्ष छात्रों की संख्या बढ़ रही है। लगभग 3 वर्ष पहले तक कॉलेज में छात्र संख्या 6 हजार के आसपास थी जो इस वर्ष 8 हजार हो चुकी है। महाविद्यालय में प्रतिवर्ष शासन के द्वारा प्रवेश के लिए सीटों की संख्या बढ़ाई जाती है लेकिन बढ़े हुए विद्यार्थियों के लिए इंतजाम वही पुराने होते हैं। पिछले कुछ वर्षों में महाविद्यालय में कोर्सेस की संख्या भी बढ़ी है हालांकि अच्छी खबर यह है कि, हाल ही में महाराज कॉलेज को लगभग 20 नए प्रोफेसर मिले हैं।

अब साढ़े 6 करोड़ से होगा 24 कक्षाओं का निर्माण :

महाराजा कॉलेज में बढ़ती छात्र संख्या और सीमित इंतजामों के बीच एक अच्छी खबर सामने आई है। राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अभियान यानी रूसा की मदद से अब महाराजा कॉलेज में साढ़े 6 करोड़ रुपए की लागत से 24 नई कक्षाओं के निर्माण को मंजूरी मिली है। हालांकि महाविद्यालय के पास अब तक राशि नहीं आई है किंतु कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एल.एल. कोरी कहते हैं कि शासन स्तर पर इसकी मंजूरी मिल चुकी है। बिल्डिंग के निर्माण के लिए मास्टर प्लान भी तैयार है। जल्द ही इसका निर्माण शुरु हो जाएगा।

जनभागीदारी की राशि से होंगे नए काम :

कॉलेज में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों एवं अन्य नागरिकों से सहयोग राशि के रूप में एक जनभागीदारी कोष का निर्माण होता है। वर्तमान में महाराजा कॉलेज के जनभागीदारी कोष में तकरीबन 4 करोड़ रुपए मौजूद हैं। इसी महीने 6 जनवरी को जनभागीदारी समिति की पहली बैठक में अध्यक्ष आनंद शुक्ला सहित अन्य सदस्यों ने कई सुझावों पर विचार किया। समिति ने तय किया है कि जनभागीदारी की राशि से नई कक्षाओं के निर्माण के अलावा सीवर लाइन, नए सुलभ कॉम्पलैक्स आदि का निर्माण कराया जाएगा। इस बैठक में जनभागीदारी समिति के प्रभारी डी.पी. शुक्ला, सह प्रभारी पी.के. खरे, सदस्य शंकर सोनी, श्याम अग्रवाल, प्रदीप जैन, दिनेश रिछारिया आदि मौजूद रहे।

निश्चित रूप से महाराजा कॉलेज में विद्यार्थियों के अनुपात में कक्षाओं की संख्या कम है किंतु इस दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही नई कक्षाओं का निर्माण शुरू होगा।

डॉ. एल.एल. कोरी, प्राचार्य, महाराजा महाविद्यालय

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