किसानों के साथ धोखा, क्या फिर कर्ज तले दबेगा किसान?

महेश्वर, मध्य प्रदेश: किसानों के साथ धोखा उगने से पहले ही खराब हुआ सोयाबीन का बीज ए-1100 किसानों ने खरीदा था 22 लाख का सोयाबीन।
किसानों के साथ धोखा, क्या फिर कर्ज तले दबेगा किसान?
किसानों के साथ धोखा, क्या फिर कर्ज तले दबेगा किसान?सांकेतिक चित्र
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महेश्वर, मध्य प्रदेश। ग्राम चोली में किसानों के द्वारा प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी आदिम जाति सहकारी मर्यादित संस्था चोली से सोयाबीन के बीज, खरीब फसल की बुआई करने के लिए खरीदे थे। मानसून आने के बाद किसानों ने सोयाबीन बोया जिसके 5 दिन बाद भी बीज का जर्मीनेशन नहीं हुआ। इसके बाद किसान सकते में आ गए। जब ग्रामीण किसानों ने एक दूसरे में चर्चा की तो पता लगा किसी भी किसान का बीज जर्मीनेशन नहीं हुआ है।

एसडीएम से मामले की शिकायत की :

किसानों ने मण्डलेश्वर एसडीएम से मामले की शिकायत की। एसडीएम आनंद सिंह राजावत ने जांच के लिए टीम बनाकर ग्राम में भेजी। जिसके बाद तहसीलदार देवदत्त शर्मा कृषि अधिकारियों के साथ मौके पर पहुँचे। जहां समिति प्रबंधक से चर्चा कर खेतों का मुआयना भी किया। तहसीलदार देवदत्त शर्मा ने भी माना कि बीज जर्मीनेशन होने के बजाय सोयाबिज जमीन में ही सड़ गया है। तहसीलदार श्री शर्मा ने सम्बन्धित बीज उत्पादक बालाजी बीज उत्पादक सहकारी संस्था पर कार्यवाही करने की बात कही है। ग्रामीण किसानों ने कहा कि कार्यवाही तो होती रहती है लेकिन किसानों का क्या पहले ही लॉक डाउन के कारण किसान परेशान हैं। उपर से बीज गलत आ गया। जिससे किसानों को दोहरी मार झेलना पड़ रही है। कृषि को लाभ का धंधा बनाने की क्या यही रणनीति है?

कैसे हो गया बीज खराब :

प्राप्त जानकारी के अनुसार किसानों को बीज का विक्रय करने से पहले सम्बंधित विभाग बीज के अंकुरण की जांच करके विक्रय हेतु बीजों का सप्लाई करते हैं। 1103 किसानों को खराब बीज किस प्रकार से विक्रय किया गया। इसकी जांच करके सम्बंधित विभाग पर भी कार्यवाही होना चाहिए।

ग्राम के किसानों ने बताई अपनी व्यथा :

मैंने अपने खेत मे सहकारी समिति चोली से 15 बीघा में सोयाबिज बोया था । जिसमे सोयाबिज का एक दाना भी अंकुरित नहीं हुआ है । किसान अब अगर बाजारों से बीज खरीद कर बुआई करते हैं तो किसानो को फसल में बहुत ही घाटा हो जाएगा। क्योंकि 30 किलोग्राम का सोयाबिज बैग बाजार में 2000 का मिल रहा है।

महेंद्र पटेल, किसान

मैंने 10 बीघा में बीज बोया था। जिसमें की जर्मीनेशन ही नहीं हुआ। आज हमारा बोवनी का समय खराब हो गया साथ ही सहकारी समिति से कर्ज लेकर बीज लेते है अब नया बीज कैसे बाजार से खरीदेंगे ओर जब तक बोवनी का समय ही निकल जायेगा। किसानों ने सरकार ने जल्द से जल्द आर्थिक सहायता राशि की मांग की है।

गजानंद ठाकुर, किसान

समिति द्वारा दिये गए बीज के रुपये किसानों से न लेकर सम्बंधित कम्पनी से लेना चाहिए। साथ ही सरका ने जल्द ही किसानों को 2 दिन में बीज उपलब्ध करवाना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो किसान एसडीएम कार्यालय पर उग्र धरना प्रदर्शन करेंगे। जिसका जिम्मेदार प्रशासन होगा।

गौरव सिंह ठाकुर, किसान

22 लाख का खरीदा बीज :

आदिम जाति सेवा सहकारी समिति से लगभग 1103 बैग सोयाबीन के किसानों को विक्रय किये गए थे । जिसका अनुमानित मूल्य - बाईस लाख से ज्यादा है।

कौन से कितने बीज वितरित किये गए।

जेएस 9560 - कुल 866 बैग वितरित किये गए।

जेएस 9305 - कुल 107 बैग वितरित किये गए

जेएस 335 - कुल 130 बैग वितरित किये गए।

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