सीसीएफ के हस्ताक्षर स्कैन कर डॉटा आपरेटर ने 15 लाख रुपए रिश्तेदार व दोस्तों के खाते में किए ट्रांसफर
हाइलाइट्स:
दस से 15 लाख की शासकीय राशि तक को अपने निजी खाते मे हस्तांतरित ।
भुगतान के लिए लगा दिए थे फर्जी बिल।
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
भोपाल। सामाजिक वानिकी वृत खेल परिसर 74 बंगला कार्यालय में तैनात डॉटा ऑपरेटर ने 15 लाख रुपए की राशि हड़प ली। वह दो साल से अपने कार्यालय प्रमुख सीसीफ (मुख्य वन संरक्षक) समेत विभाग के आला अधिकारियों के हस्ताक्षर स्कैन कर शासकीय राशि अपने खाते में ट्रांसफर कर रहा था। बाद में आरोपी ने अपने खाते से अपने रिश्तेदार व दोस्तों के खातों में रकम ट्रांसफर की थी। फर्जीवाड़ा मामले का खुलासा होने के बाद वन विभाग ने खुद जांच की और जांच में गबन का मामला साबित होने के बाद प्रकरण टीटीनगर थाने में दर्ज करा दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी ने गबन की राशि हड़पने के लिए कई फर्जी बिल तैयार किए और भुगतान होने के बाद बिल दुबारा भुगतान के लिए लगा दिए थे। पुलिस के मुताबिक सामाजिक वानिकी वृत भोपाल के वन क्षेत्रपाल धीरेन्द्र सिह राजपूत ने इस पूरे मामले की टीटीनगर थाने में शिकायत की। उन्होंने शिकायत में बताया कि सामाजिक वानिकी वृत्त भोपाल में संजय महाजन कम्प्यूटर आपरेटर है। संभागीय संयुक्त संचालक कोष एवं लेखा ने संजय महाजन के खाते में बड़ी राशि आने की जानकारी दी गई थी। इस पर उसके बैंक खाते में आने पर राशि को रोका गया। साथ ही उसके लेनदेन का पूरी विवरण मांगा गया।
गबन के संबंध मे वन संरक्षक सामाजिक वानिकी वृत्त भोपाल ने जांच दल बनाया था। जांच दल ने संजय महाजन से पूछताछ करने पर उनके द्वारा अपने बयान में गबन की बात को कबूल किया। जांच में करीब दस से 15 लाख की शासकीय राशि तक को अपने निजी खाते मे हस्तांतरित करने के जानकारी मिली। बाद में उसने राशि अपने रिश्तेदारों व मित्रों के खाते में ट्रांसफर कर दी। वह कार्यालय प्रमुख और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के हस्ताक्षर को उनके अनुमति के बिना स्कैन कर रकम का ट्रांजेक्शन करता था।
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