ग्वालियर, मध्य प्रदेश। उप चुनाव का ऐलान हो चुका है, लेकिन कांग्रेस के लिए मेहगांव विधानसभा से उम्मीदवार घोषित करना मुश्किल हो गया है। इसके पीछे कारण यह है कि कमलनाथ चाहते हैं चौधरी राकेश सिंह को उम्मीदवार बनाया जाएं, लेकिन दूसरे लोग चाहते हैं कि राकेश को छोड़कर किसी को भी उम्मीदवार बनाएं। अब स्थिति यह है कि कांग्रेस नेताओं ने भी पूरा दारोमदार कमलनाथ पर छोड़ दिया है। वहीं भाजपा के पूर्व विधायक राकेश शुक्ला की भी कांग्रेस में शामिल होने की बात चली, लेकिन यह अफवाह शुक्ला ने भाजपा के अंदर अपने अंक बढ़ाने के लिए चलवाई।
ग्वालियर-चंबल संभाग में कांगे्रस के दो उम्मीदार घोषित होना है जिसमें एक मेहगांव व दूसरा मुरैना है। मुरैना में दिग्विजय सिंह चाहते है कि पूर्व विधायक स्व. सोवरन सिंह मावई की पत्नी को मैदान मेें उतारा जाएं वही कुछ नेता चाहते है कि राकेश मावई को उतारा जाएं। वैसे दोनो चाची भतीजे है। टिकट देने में सबसे अधिक परेशानी कांग्रेस को मेहगांव से हो रही है, क्योंकि यहां से चौधरी राकेश सिंह भी कांग्रेस के प्रबल दावेदार हैं, लेकिन उनके नाम को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह एवं पूर्व मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह विरोध जता चुके हैं, लेकिन कमलनाथ के सर्वे में चौधरी राकेश सिंह का नाम प्रमुखता से आगे आया है। यही कारण है कि पेंच टिकट को लेकर फंसा हुआ है। चौधरी राकेश सिंह की खिलाफत करने वालो ने मेहगांव से अब पूर्व विधायक हेमंत कटारे का नाम आगे कर दिया है ओर अब दोनो में से किसी एक को टिकट मिलना पक्का माना जा रहा है। वैसे जो चौधरी राकेश सिंह से नाराज हैं उन्होंने कमलनाथ से कह दिया है कि अब आपको जिसको टिकट देना है आप फैसला कर लो। इस दौरान मेहगांव से भाजपा के पूर्व विधायक राकेश शुक्ला के भी कांग्रेस में शामिल होने की खबरें दिन भर चलीं। शाम होते ही जब हकीकत पता चली तो सूत्र ने बताया कि राकेश शुक्ला की भाजपा मे इस समय स्थिति ठीक नहीं है इसलिए अपने अंक बढ़ाने के लिए उन्होंने ही कांग्रेस में शामिल होने की बात को हवा दिलाने का काम किया था।
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