MP जिपं अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनाव नतीजों में BJP का दबदबा बरकरार, इन जिलों में कांग्रेस का कब्जा
MP जिपं अध्यक्ष चुनाव 2022: प्रदेश के 51 जिलों में जिला पंचायत के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव की प्रक्रिया जारी है। ऐसे में कई जिलों से रुझान आने शुरू हो गए हैं, मिली जानकारी के मुताबिक जिला पंचायत के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के अब तक के चुनाव नतीजों में बीजेपी का दबदबा बरकरार है, इधर कई जिलों में कांग्रेस ने कब्जा जमाया है।
मध्यप्रदेश के इंदौर, टीकमगढ़, बुरहानपुर, खंडवा, बैतूल, विदिशा, भिंड, शाजापुर, सीहोर, निवाड़ी, दतिया, शहडोल, मंदसौर, कटनी, सागर समेत कई कई जिलों भाजपा समर्थक जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए हैं। वहीं देवास, छिंदवाड़ा समेत इन जिलों में कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी जीते हैं। मध्यप्रदेश के मुरैना जिला पंचायत के अध्यक्ष पद पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थित कुमारी आरती गुर्जर र्निविरोध चुनी गयी। आरती गुर्जर मुरैना विकास खण्ड के वार्ड क्रमांक 15 से जिला पंचायत सदस्य पद से विजयी हुई थी जिन्हें आज जिला पंचायत अध्यक्ष चुना गया।
इतनी जगहों पर भाजपा के निर्विरोध अध्यक्ष
विदिशा से भाजपा की गीता कैलाश रघुवंशी जिपं अध्यक्ष बनीं।
बैतूल से राजा पवार जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचित हुए।
खंडवा से भाजपा की कंचन तनवे जिला पंचायत अध्यक्ष बनीं।
बुरहानपुर में भाजपा के गंगाराम मार्को जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए।
सीहोर में भाजपा के गोपाल इंजीनियर जिला पंचायत अध्यक्ष बने।
कटनी में भाजपा समर्थक सुनीता मेहरा जिला पंचायत अध्यक्ष चुनी गई हैं।
निवाड़ी में जिला पंचायत अध्यक्ष पर बीजेपी समर्थक सरोज राय निर्विरोध चुनी गईं।
ऐसे ही शाजापुर, शहडोल, दतिया, भिंड गुना समेत कई जिलों में भाजपा के निर्विरोध अध्यक्ष बने हैं।
इन जिलों में कांग्रेस का कब्जा
नर्मदापुरम (होशंगाबाद) में कांग्रेस समर्थित राधाबाई सुधीर पटेल केवल 1 वोट से आगे रहकर जीतीं।
छिंदवाड़ा से कांग्रेस के संजय पूनार निविर्रोध अध्यक्ष चुने गए है।
देवास में कांग्रेस की लीला अटारिया ने 18 में से 11 मत प्राप्त कर ज़िला पंचायत अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुईं।
भोपाल में जिपं अध्यक्ष निर्वाचन के दौरान हंगामा :
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचन के समय आज उस समय हंगामा हो गया, जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह समेत अन्य नेताओं ने कार्यालय में प्रवेश करने की कोशिश की। पूरा मामला उस समय शुरु हुआ, जब भारतीय जनता पार्टी विधायक रामेश्वर शर्मा जिला पंचायत सदस्यों को एक वाहन में लेकर पहुंचे। शर्मा और अन्य सदस्यों के कार्यालय में प्रवेश करने के दौरान कांग्रेस नेताओं ने भी अंदर प्रवेश करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें मुख्य द्वार पर ही रोक दिया। इस दौरान पुलिस मामूली बलप्रयोग करती भी दिखाई दी। इससे जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहे हैं।
मंत्री सारंग ने ट्वीट कर कहा-
कांग्रेस निचले स्तर की राजनीति पर उतर आयी है। मतदान केन्द्र पर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह अपने विधायकों के साथ जनता के द्वारा चुने गये सदस्यों को अंदर घुसने नहीं दे रहे हैं। यह गुंडागर्दी नहीं चलेगी!
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