Bhopal : मौसम ने ली करवट, शाम को गरज चमक के साथ पड़ीं बौछारें
भोपाल, मध्यप्रदेश। सोमवार शाम को राजधानी के मौसम ने अचानक करवट ली और शहर भर में गरज चमक के साथ बौछारें पड़ीं। शाम 6:30 बजे से शुरु हुआ बारिश का सिलसिला रात तब जारी रहा। इस दौरान रुक-रुक कर बौछारें पड़ती रहीं। नए व पुराने भोपाल के लगभग सभी इलाकों में बौछारें पड़ीं। रात 9 बजे तक अरेरा स्थित मौसम केंद्र में भोपाल शहर की 1.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई। जबकि इस दौरान बैरागढ़ इलाके में ज्यादा बारिश नहीं हुई, इसलिए यहां स्थित मौसम केंद्र में वर्षा केवल ट्रेस हुई। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है जिसके असर से बने सिस्टम के प्रभाव से राजधानी सहित पश्चिमी मध्यप्रदेश में वर्षा की गतिविधियां जारी हैं। वहीं मंगलवार को एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिमी भारत में सक्रिय होने जा रहा है। जिसके चलते भोपाल सहित पश्चिमी मध्यप्रदेश में 10 मार्च तक और पूर्वी मप्र में 9 और 10 मार्च को बौछारें पड़ने के आसार हैं।
मौजूदा सिस्टम में प्रभाव से बने सीबी क्लाउड :
मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बने सिस्टम के प्रभाव से सोमवार को मौसम का मिजाज मिलाजुला रहा। दिनभर बादलों की मौजूदगी बनी रही, साथ ही धूप भी निकली। दिन में तपिश बढ़ने से सीबी क्लाउड बन गए और शाम को गरज-चमक के साथ शहर भर में बौछारें गिरी। शाम को मिनाल रेसीडेंसी, कोलार, शाहपुरा, अवधपुरी सहित कई इलाकों से गरज चमक के साथ बारिश की खबर मिली। उसके बाद शहर के लगभग सभी इलाकों में बौछारें पड़ी। साहा ने बताया कि 10 मार्च तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहेगा। इसे दौरान धूप-छांव के बीच बादलों की तांक-झांक भी रहेगी, साथ ही गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने का सिलसिला भी जारी रहेगा।
यह सिस्टम बरसा रहे हैं पानी :
साहा ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और उससे लगे उत्तर भारत पर बना हुआ है। उसके प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। राजस्थान पर बने चक्रवात से पश्चिमी मप्र से होकर मराठवाड़ा तक एक पूर्वी हवाओं का ट्रफ बना हुआ है। अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय सिस्टम के कारण गरज चमक वाले बादल(सीबी क्लाउड) बादल छा गए हैं। जिससे गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ रही हैं। 8 मार्च को एक और पश्चिमी विक्षोभ प्रवेश कर रहा है। साहा का कहना है कि इस मौसम में बनने वाले पश्चिमी विक्षोभ ज्यादा शक्तिशाली व प्रभाशाली नहीं होते हैं, इसलिए अधिक वर्षाा नहीं होगी लेकिन मौसम का मिजाज बदलता रहेगा और गर्मी के तेवर भी नरम-गरम रहेंगे।
पारे का उतार-चढ़ाव रहेगा जारी :
सोमवार को राजधानी का तापमान अधिक रहा लेकिन बादल छाए रहने के कारण गर्मी का अहसास नहीं हुआ। अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 33.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। साथ ही रविवार के अधिकतम तापमान 31.7 डिग्री के मुकाबले 1.9 डिग्री अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 17.0 डिग्री रिकार्ड किया गया, जो सामान्य रहा। यह भी रविवार के न्यूनतम तापमान 12.8 डिग्री के मुकाबले 4.2 डिग्री अधिक रहा। साहा ने बताया कि हवाओं का रुख दक्षिण-पूर्वी रहने से दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई। लेकिन बारिश के बाद शाम को हवाएं उत्तरी-पूर्वी हो गई। मंगलवार को बादल छाए रहने से दिन का तापमान कम हो सकता है लेकिन रात के पारे में ज्यादा बदलाव नहीं होगा।
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