भोपाल में उदयपुर हत्याकांड का विरोध, फूंका राजस्थान के सीएम का पुतला
भोपाल, मध्य प्रदेश। उदयपुर में हुए हत्याकांड का मामला अब मध्य प्रदेश में भी गरमा गया है। भोपाल में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) का पुतला दहन किया गया। वहीं, भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Pragya Singh Thakur) ने कांग्रेस पर निशाना साधा है।
संस्कृति बचाओ मंच ने फूंका अशोक गहलोत का पुतला:
बता दें कि, भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा का समर्थन करने के कारण उदयपुर में हुए जघन्य हत्याकांड का विरोध मध्यप्रदेश में भी शुरू हो गया है। इसके लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत काे जवाबदार ठहराते हुए 'संस्कृति बचाओ मंच' ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंका है। 'संस्कृति बचाओ मंच' के पदाधिकारियों ने इस घटना को सोची-समझी साजिश बताया और कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
मध्य प्रदेश में हाई अलर्ट जारी:
राजस्थान के उदयपुर में हुए हत्याकांड के बाद अब मध्य प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंटेलिजेंस चीफ आदर्श कटियार से जानकारी ली है। इससे पहले मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर डीजीपी को निर्देश दिए।
राजस्थान कांग्रेस सरकार इस्तीफा दे: सांसद प्रज्ञा
वहीं, उदयपुर हत्याकांड को लेकर भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने राजस्थान की गहलोत सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट करते हुए कहा कि, "धिक्कार है हिंदुओं की हत्यारी राजस्थान अशोक गहलोत कांग्रेस सरकार इस्तीफा दे। उदयपुर के कन्हैयालाल की जघन्य हत्या। कांग्रेस पोषित आतंकवाद की योजना का क्रियान्वयन राजस्थान से पुनः प्रारंभ। संभलकर हिंदू,हिंदुस्तान कांग्रेस अभी भी जिंदा है और देश शर्मिंदा है।"
नरोत्तम मिश्रा ने कही यह बात:
उदयपुर की घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि, "उदयपुर की घटना दरिंदगी की पराकाष्ठा है। कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति के कारण वीरों की भूमि राजस्थान का तालिबानीकरण हो रहा है। ISIS की तरह एक निर्दोष का गला रेता जाना बताता है कि कश्मीर, केरल, पश्चिम बंगाल के बाद अब राजस्थान भी कट्टरपंथियों का गढ़ बनता जा रहा है।"
गहलोत ने दंगाइयों के सामने घुटने टेक दिए: नरोत्तम मिश्रा
नरोत्तम मिश्रा ने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत पर तंज कसते हुए कहा कि, "दहशतगर्दों से निपटने में राजस्थान सरकार अकर्मण्य साबित हो रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लगता है कि, दंगाइयों के सामने घुटने टेक दिए हैं। ऐसे मुख्यमंत्री को पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।"
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