भोपाल, मध्यप्रदेश। एमपी की राजधानी भोपाल में 17 अप्रैल को रेमडेसिविर इंजेक्शन की चोरी का मामला सामने आया था, भोपाल के हमीदिया अस्पताल के दवा स्टोर से 800 से ज़्यादा रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी हुए थे, इस मामले में जानकारी मिली थी कि पुलिस ने अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आईडी चौरसिया हिरासत में ले लिया था और उनसे पूछताछ की गई थी, फिर खबर मिली कि चौरसिया को हटा दिया गया है, लेकिन अब इस मामले को लेकर डॉ. आईडी चौरसिया बोले- खुद दिया इस्तीफा।
हमीदिया अस्पताल के पूर्व अधीक्षक डॉ. आईडी चौरसिया का बयान
बता दें कि हमीदिया अस्पताल के पूर्व अधीक्षक डॉ.आईडी चौरसिया का बयान देते हुए मीडिया में चल रही खबरों को निराधार बताया है। हमीदिया अस्पताल के पूर्व अधीक्षक डॉ. आईडी चौरसिया ने बयान का वीडियो जारी किया है, पूर्व अधीक्षक डा.आईडी चौरसिया ने कहा है, मुझे हटाया नहीं गया, मैंने खुद पद से मुक्त करने के लिए पत्र लिखा था।
पूर्व अधीक्षक डॉ. ने हिरासत में लिए जाने की खबरों को बताया गलत :
बता दें कि राजधानी भोपाल स्थित हमीदिया अस्पताल के पूर्व अधीक्षक डॉ. आईडी चौरसिया ने क्राइम ब्रांच द्वारा हिरासत में लिए जाने की खबरों को गलत बताया है, पूर्व अधीक्षक डॉ. आईडी चौरसिया ने कहा, "मुझे न ही पकड़ा गया और न ही बैठाया गया, मुझे अधीक्षक होने के नाते बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया था।
प्रदेशभर के अस्पतालों में कोरोना से मरीजों को बचाने के लिए सबसे ज्यादा जरूरत रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन की है, इस बीच राजधानी के अस्पताल से रेमडेसिविर इंजेक्शन की चोरी होने की खबर आने से हाहाकार मच गया, बता दें कि हमीदिया अस्पताल के दवा स्टोर से चोरी 800 से ज़्यादा रेमडेसिविर इंजेक्शन हुए है, ये सभी इंजेक्शन आज कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों को लगने वाले थे। नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर पढ़ें खबर- आई.डी.चौरसिया की जगह डाॅ. लोकेंद्र दवे को कमान सौंपी गई है।
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