भोपाल, मध्यप्रदेश। प्रदेश में महामारी कोरोना का संकट जहां अभी तक टला नहीं है वहीं दूसरी तरफ संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के बीच कोरोना की जंग लड़ते हुए कोरोना योद्धा डॉक्टर शुभम के निधन के बाद बीते दिन गुरुवार को वॉरियर डॉ. शुभम का राजधानी के भदभदा शमशान घाट में कोविड गाइडलाइन के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया है।
डॉक्टरों ने दी श्रृद्धांजलि, परिजन हुए दुख से बेहाल
इस संबंध में बताते चलें कि, कोरोना योद्धा डॉ. शुभम के निधन खबर सुनते ही परिजन सागर से बुधवार को ही आ गए थे जहां परिजन साथ में विश्राम घाट पहुंचे। वहां पर बेटे को चिता पर देख माता-पिता बेहोश हो गए। तो वहीं छोटे भाई सत्यम उपाध्याय का भी बुरा हाल था। जहां उनके अंतिम संस्कार में केवल पांच लोगों को ही जाने की अनुमति दी गई थी। इसलिए शुभम के दोस्त और बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के अन्य डॉक्टर अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए भोपाल नहीं पहुंच सके। वहीं डॉ. शुभम उपाध्याय की मौत के बाद से बीएमसी परिसर में दुख का माहौल है। इधर बीते दिन शुभम के अंतिम संस्कार के बाद देर शाम बीएमसी के डीन, अधीक्षक समेत सभी सीनियर, जूनियर डॉक्टरों और विद्यार्थियों ने मिलकर नम आंखों से शुभम को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इलाज के दौरान डॉ. शुभम ने तोड़ा था दम
आपको बताते चलें कि,राजधानी भोपाल के चिरायु अस्पताल में सागर के 26 वर्षीय डॉक्टर शुभम उपाध्याय की इलाज के दौरान कोरोना से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि, उनके दोनों फेफड़े 90% से ज्यादा खराब हो चुके थे। उन्हें चेन्नई ले जाना था लेकिन इसके पहले ही उन्होंने चिरायु अस्पताल भोपाल में दम तोड़ दिया। बताते चलें कि, स्वयं की परवाह किए बिना इलाज करते हुए वे भी 28 अक्टूबर को कोरोना पॉजिटिव हो गए। चार दिन तक सागर में ही उनका उपचार किया गया। इसके बाद भोपाल लाया गया।
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