भोपाल, मध्यप्रदेश। प्रदेश में कोरोना महामारी का संकट जहां अब तक बना हुआ है वहीं दूसरी तरफ इस संकटकाल के बीच उपचुनाव से पहले ही कमलनाथ- इमरती टिप्पणी मुद्दे के बाद अब सियासत में दोनों दलों के बीच जंग छिड़ गई है जिसके बाद एक के बाद एक मंत्री और नेताओं के बयान सामने आते जा रहे हैं इस प्रक्रिया में अब प्रदेश की मंत्री उषा ठाकुर का नाम भी शामिल हो गया है जिन्होंने धर्म आधारित शिक्षा को लेकर विवादित बयान दिया है।
प्रेस कांफ्रेन्स के दौरान बोली मंत्री ठाकुर
इस संबंध में आज मंगलवार को आयोजित हुई प्रेस कांफ्रेन्स में मदरसों को लेकर मंत्री ऊषा ठाकुर ने कहा कि, सभी बच्चों को समान शिक्षा दी जानी चाहिए, यहां धर्म आधारित शिक्षा कट्टरता बरपाने के साथ विद्वेष का भाव फैला रही है। सारा कट्टरवाद और सारे आतंकवादी मदरसों में पले-बढ़े हैं। इतना ही नहीं जम्मू कश्मीर को आतंकवाद की फैक्ट्री बनाकर रख दिया था। ऐसे मदरसे जो राष्ट्रवाद से, समाज की मुख्य धारा से हमें नहीं जोड़ सकते, उन्हें हमें समुचित शिक्षा के साथ जोड़कर समाज को सबकी प्रगति के लिए आगे लेकर जाना चाहिए।
पूर्व सीएम नाथ के कार्यकाल को लेकर कसा तंज
इस संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के कार्यकाल पर सवाल उठाते हुए कहा कि, 15 महीने की कमलनाथ सरकार की नींव झूठ के आधार पर गढ़ी गई थी। वे कोई वादा पूरा नहीं कर पाए। उन्होंने मंदिरो की आमदनी पर 10 फीसदी टैक्स लगाने की बात कही है। यह टैक्स तो जजिया कर से कोई कम नहीं है। साथ ही कहा कि, मंदिरों की आमदनी वहीं के व्यवस्थाओं पर खर्च होनी चाहिए। सरकारी खजाने के लिए आप उसे टैक्स के रूप में वसूले ये सही नहीं है।
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