राज एक्सप्रेस। मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने सरकार और संगठन के बीच समन्वय स्थापित करने के उद्देश्य से समिति का गठन किया है जिसमें मुख्यमंत्री कमलनाथ के अलावा कई बड़े दिग्गज नेताओं को जिम्मेदारी मिली है वहीं इस समिति के सूत्रधार के तौर पर दीपक बावरिया को चुना गया है। साथ ही काफी समय से पार्टी से दूर रहे नेता अरूण यादव को नई कमान सौंपी गई है।
समिति के गठन से बदले समीकरण :
बता दें कि, ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने देशभर में सरकार और संगठन के बीच नीतियों को लेकर समन्वय समितियों का गठन किया है। इस समिति में मुख्यमंत्री कमलनाथ के अलावा, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया, कांग्रेस नेता अरूण यादव, कैबिनेट मंत्री जीतू पटवारी और कांग्रेस नेत्री मीनाक्षी नटराजन को शामिल करते हुए दीपक बावरिया को केन्द्रीय नेतृत्व दिया गया है। वहीं कांग्रेस में सक्रिय भूमिका निभाने वाले पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी को शामिल नहीं किया गया है। समिति के इस गठन से नए समीकरण बनते दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, मंत्री पचौरी के लिए नई व्यवस्था या नई जिम्मेदारी समिति तय करेगी।
अल्पसंख्यक को किया एक तरफ :
एक ओर जहां समिति में बड़े और दिग्गज नेताओं को शामिल करते हुए बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई वहीं अल्पसंख्यक वर्ग के नेताओं को शामिल न करने से नए समीकरण निकल कर सामने आ रहे हैं कि कांग्रेस की क्य़ा नीति है। बता दें कि डॉ.अजीज कुरैशी, असलम शेर खान समेत कई पुराने कांग्रेसियों को समिति से अलग रखा गया है। जबकि मंत्री और वरिष्ठ नेता आरिफ अकील को भी शामिल नहीं किया गया है, वहीं नए विधायक आरिफ मसूद की सक्रियता को योग्यता नहीं मिली।
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