धार भोजशाला में नमाज के दौरान नहीं होगा सर्वे कार्य , 60 कैमरों से निगरानी,मुस्लिम पक्ष सुप्रीम कोर्ट पहुंचाहाइलाइट्स :
भोजशाला का धार्मिक कैरेक्टर डिसाइड करने के कराया जा रहा सर्वे।
ASI के पूर्व अधिकारी ने भोजशाला को लेकर किया बढ़ा दावा।
Bhojshala ASI Survey : मध्यप्रदेश। भोजशाला में आर्कलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) की टीम द्वारा किए जा रहे सर्वे का चौथा दिन है। होली के दिन भी सर्वे जारी है। मध्यप्रदेश हाई कोर्ट की इंदौर बेंच ने भोजशाला का ASI सर्वे कराए जाने के आदेश दिए थे। एक तरफ सर्वे जारी है वहीं दूसरी ओर ASI के पूर्व अधिकारी ने भोजशाला को लेकर बढ़ा दावा किया है। पूर्व ASI अधिकारी केके मोहम्मद ने कहा कि, भोजशाला में सरस्वती मंदिर को मस्जिद में बदला गया था। उनके इस बयान के बाद इस केस में हिन्दू पक्ष को और मजबूती मिलेगी। भोजशाला का धार्मिक कैरेक्टर डिसाइड करने के लिए यह वैज्ञानिक सर्वे कराया जा रहा है।
पूर्व ASI अधिकारी केके मोहम्मद ने एक मीडिया संस्थान को दिए गए बयान में कहा कि, 'मध्यप्रदेश के धार जिले में विवादित भोजशाला वास्तव में एक मंदिर था बाद में इसे इस्लामी इबादत स्थल में बदला गया। उन्होंने कहा कि, हिन्दू और मुस्लिम दोनों पक्षों को अदालत के फैसले का सम्मान करना चाहिए। धार में ऐतिहासिक तथ्य है कि, यह सरस्वती मंदिर था लेकिन पूजा स्थल अधिनियम 1991 के तहत, धार्मिक स्थल की स्थिति का आधार वर्ष 1947 है। अगर यह 1947 में एक मंदिर थी तो यह मंदिर है और अगर यह एक मस्जिद थी तो यह एक मस्जिद है।'
बता दें कि, भोजशाला में सोमवार सुबह से ही ASI की टीम का सर्वे जारी है। हिन्दू और मुस्लिम पक्ष के लोग भी टीम के साथ मौजूद हैं। मुस्लिम पक्ष ने टीम में एक भी मुस्लिम व्यक्ति के न होने पर आपत्ति जताई है। इसके पहले मुस्लिम पक्षकारों ने पहले दिन का सर्वे रद्द करने की मांग की थी। रविवार को 9 घंटे तक सर्वे चला था। मध्यप्रदेश हाई कोर्ट ने ज्ञानवापी की तरह ही भोजशाला का सर्वे कराने का आदेश दिया था।
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