भोजशाला का ASI सर्वेक्षण
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Bhojshala ASI Survey : 22 मार्च से शुरू होगा भोजशाला का ASI सर्वेक्षण, मध्यप्रदेश हाई कोर्ट ने दिया था आदेश

Bhojshala ASI Survey : इंदौर उच्च न्यायालय, मध्य प्रदेश के आदेश के बाद धार में भोजशाला का ASI (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) सर्वेक्षण कल 22 मार्च से शुरू होगा।
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हाइलाइट्स :

  • मध्य प्रदेश च्च न्यायालय ने 11 मार्च को दिया था आदेश।

  • ज्ञानवापी की तरह ही किया जाएगा भोजशाला ASI सर्वे।

  • हाई कोर्ट ने 6 सप्ताह में रिपोर्ट पेह करने का दिया था आदेश।

Bhojshala ASI survey : मध्य प्रदेश। इंदौर उच्च न्यायालय, मध्य प्रदेश के आदेश के बाद धार में भोजशाला का ASI (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) सर्वेक्षण कल 22 मार्च से शुरू होगा। भोजशाला का ASI ज्ञानवापी की तरह ही किया जाएगा। इसके लिए ASI एडिशनल डायरेक्टर जनरल प्रोफ़ेसर आलोक त्रिपाठी ने एक पत्र लिखा है। 11 मार्च को मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर बेंच ने ASI सर्वे कराए जाने का आदेश दिया था। याचिका कर्ता द्वारा मांग की गई थी कि, ASI सर्वेक्षण द्वारा भोजशाला के धार्मिक कैरेक्टर का पता लगाया जाए।

मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय, मध्य प्रदेश इंदौर के आदेश के परिपालन में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा माननीय न्यायालय के निर्देशानुसार पुरातत्व सर्वेक्षण काल से किया जायेगा। ASI के ADG आलोक त्रिपाठी ने पुरातात्विक जांच करने के लिए साइट तक सुरक्षित पहुंच प्रदान करने और प्रवास और काम के दौरान टीम को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान कराए जाने का अनुरोध किया है। कोर्ट ने भोजशाला के सर्वे के लिए ASI को 5 सदस्य की टीम बनाने के आदेश के साथ - साथ यह भी कहा था कि, इस टीम को भोजशाला की ASI रिपोर्ट 6 सप्ताह (आदेश जारी करने के) में पेश करनी होगी।

मध्यप्रदेश हाई कोर्ट इंदौर में 19 फरवरी को भोजशाला का सर्वे कराने की याचिका पर सुनवाई की थी। इस सुनवाई के बाद सभी पक्षकारों की दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। हाई कोर्ट में इस मामले को लेकर कुल सात जनहित याचिका दायर की गई थी। इन सभी याचिकाओं में सबसे प्रमुख याचिका हिन्दू फ्रंट फॉर जस्टिस की थी जिसमें भोजशाला में नमाज पढ़े जाने पर तुरंत रोक लगाए जाने की अपील की गई थी।

याचिका दायर कर भोजशाला में आर्किलोजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया द्वारा साइंटिफिक सर्वे करवाने की मांग की गई थी। आर्किलोजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया द्वारा सर्वे की मांग इसलिए की जा रही थी ताकि यह पता लगाया जा सके की भोजशाला का धार्मिक कैरेक्टर क्या है।

बता दें कि, जिला प्रशासन के अनुसार भोजशाला राजा भोज द्वारा बनवाई गई थी। यहाँ वाग्देवी की प्रतिमा स्थापित की गई थी। मुग़ल शासक ने इसे परिवर्तित कर मस्जिद बना दी थी। यहाँ मंगलवार को हिन्दू पूजा करते हैं और शुक्रवार को मुस्लिम धर्म को मानने वाले नमाज पढ़ते हैं। ASI के सर्वे के बाद भोजशाला का धार्मिक कैरेक्टर तय किया जा सकेगा।

धार में भोजशाला का ASI सर्वेक्षण शुरू होने पर, एसपी धार मनोज कुमार सिंह ने कहा, "उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुपालन में, हमें ASI अतिरिक्त निदेशक से एक पत्र प्राप्त हुआ है । पत्र मिलने के बाद हमने भोजशाला परिसर का निरीक्षण किया। सर्वे के दौरान किस तरह की सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराई जानी है और उनकी (एएसआई) क्या मांग है, इस पर चर्चा की। हाईकोर्ट के निर्देशों के अनुपालन में जो भी सुरक्षा व्यवस्था होगी की जाएगी। मैं धार जिले की पूरी जनता से अपील करना चाहता हूं कि उच्च न्यायालय ने निर्देश दिया है कि सर्वेक्षण कार्य एएसआई द्वारा पूरा किया जाए, इसमें सभी लोग सहयोग करें और हम यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे कि सर्वेक्षण कार्य में कोई बाधा न आए।"

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