हाईलाइट :
बाढ़ में फंसी जिंदगियों को हेलीकॉप्टर से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
चंबल नदी के आसपास इलाके भी बाढ़ में डूबे, मेंहदा पुल से टकराया पानी, बहादुरपुर का पुल डूबा, दिन-रात आर्मी बचाव कार्य में जुटी।
मुख्यमंत्री ने वीसी के माध्यम से कलेक्टर एवं एसपी से की चर्चा।
समाजसेवी व जिला प्रशासन बाढ़ पीड़ितों को पहुंचा रहे भोजन व बिस्किट के पैकेट, मवेशी भी बाढ़ में बह गये।
भिण्ड, मध्य प्रदेश। सिंध व चंबल नदी का लगातार जल स्तर बढ़ रहा है जिससे आसपास इलाके के गांव बाढ़ मेंं डूबकर तबाह हो चुके हैं गांव में कई जिंदगियां फंसी रह गई और अपनी-अपनी छतों पर चढ़कर प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं। सिंध नदी का रौंद्र रूप अब तक कई गांव को तबाह कर चुका है, अब तक पांच पुल सिंध नदी की चपेट में आकर ढह चुके है। अब मेंहदा घाट के पुल पर खतरा मंडरा रहा है।
जमीन से करीब 20 मीटर ऊंचे पुल से नदी का पानी टकराने लगा है। पुल की एप्रोच सड़क पर पानी आ गया है। पुल के ऊपर से पानी निकलने की सूचना है। यह पुल 40 साल से ज्यादा पुराना है। वर्तमान में पुल की हालत जर्जर है। ऐसे में पुल पर पानी बढ़ा तो पुल के ढहने की आशंका है।
चंबल अंचल के बाढ़ में फंसे लोगों को आर्मी के जवान हेलीकॉप्टर की मदद से सुरक्षित बाहर निकालकर ऊंचे स्थान पर पहुंचा रहे हैं। जिला प्रशासन, पुलिस ने एनडीआरएफ की टीम के सहयोग से भारौली रोड स्थित चुन्नाई का पुरा में देर रात रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर बाढ़ में फंसे लगभग 60 लोगोंं को सुरक्षित बाहर निकाला।
पुलिस अधीक्षक व कलेक्टर दिन रात एक कर बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भरकस प्रयास करने में जुटे हुए हैं। भारौल के मुसावली में बाढ़ में फसे लोगोंं हेलीकॉप्टर की मदद से सुरक्षित निकाला गया। इसके साथ रौन क्षेत्र के निवसाई, मडवारी, इंदुर्खी एवं माहयर में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर हेलीकॉप्टर के द्वारा बाढ़ में फंसे लोगों को एयर लिफ्ट किया गया।
एसडीआईआरएफ की टीम के द्वारा ग्राम ककहरा एवं अतरसूमा में रेस्क्यू चलाकर बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला गया। वहीं जिला प्रशासन एवं पुलिस ने सेना एनडीईआरएफ, एसडीईआरएफ एवं हेलीकॉप्टर की सहायत से बाढ़ में फसे ग्रामीणों को निकालने के लिए देर शाम रेस्क्यू किया गया। रौन क्षेत्र के ग्राम पिड़ोरा, भारौली खुर्द मेंं देर रात तक रेस्क्यू चलाकर लोगों को निकाला गया।
प्रशासन ने सतर्कता को ध्यान में रखते हुए पुल पर आवागमन बुधवार की दोपहर से बंद कर दिया था। पुल पर केवल हल्के वाहनों को निकाला जा रहा है, रात में यह वाहन भी बंद कर दिए गए। यहीं रौन कस्बे के बघेली-बहादुरपुर में पानी भर चुका है। यहां सिंध नदी पर बना एक पुल पूरी तरह से डूब चुका है। यहां के लोग पलायन करने चुके हैं।
सीएम ने वीसी के माध्यम से कलेक्टर एवं एसपी से की चर्चा :
गुरुवार दोपहर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भिण्ड कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस एवं पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह से भिण्ड में सिंध एवं चंबल के जलस्तर बढ़ने से आई बाढ़ के संबध में जानकारी ली। कलेक्टर एवं एसपी द्वारा मुख्यमंत्री को वर्तमान स्थिति से अवगत कराया। इसके साथ ही उन्होनें बताया कि बाढ़ से प्रभावित ग्रामों में राहत के कैम्प लगाकर लोगों को भोजन, पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके साथ ही जिस गांव से सूचना प्राप्त हो रही है वहीं लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर लोगों को बचाया जा रहा है। उन्होंने बताया की जिले में पुलिस, जिला प्रशासन, आर्मी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के द्वारा लगतार रेस्क्यू किया जा रहा है।
अतरसूमा में रेस्क्यू में जुटा प्रशासन :
रौन क्षेत्र और उमरी के नजदीक अतरसूमा गांव में बाढ़ के हालात की वजह से कई लोग पानी में फंसे हुए हैं। यहां शाम चार बजे के बाद हालात खराब थे। जो लोग, रात के समय अपने घरों में रहे। उन्होंने घरों की छत पर आश्रय लेकर स्वयं को बचाया। गुरुवार की सुबह रेस्क्यू टीम पहुंची। कलेक्टर व एसपी पहुंचे। सेना बुलाई गई। हेलीकॉप्टर की मदद से भी लोगों को निकाला गया।
हेलीकॉप्टर से किया जा रहा बचाव का कार्य :
भारौली एवं रौन क्षेत्र में गांव में पानी गांव में घुसा हुआ है। कच्चे मकान गिर रहे हैं। पुराने मकान गिरने की आशंका जताई जा रही है। पानी से घिरे लोग छतों पर बैठे हैं। वे निकल नहीं सके हैं। हालांकि लगातार जलस्तर बढ़ रहा है। पुलिस जवान इन लोगों को दूर से देख रहे हैं और रेस्क्यू चलाकर लोगों को बचाया जा रहा है लोग अपनी जान बचाने के लिए छतों पर चढ़कर सामान लेकर बैठ गये हैं और जिला प्रशासन से लगातार मदद की गुहार लगाए बैठे हुए हैं।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।