Anuppur : पाबंदी के बावजूद टोलप्लाजा में हो रहा हैंड मशीन का उपयोग
भारतीय राष्ट्रीय मार्ग प्राधिकरण के राष्ट्रीय राजमार्ग 43 कोतमा से गुजरने वाहनों से पथरौडी टोल प्लाजा में अवैध रूप से हैंड मशीन का उपयोग कर वसूली करने की बात सामने आरही थी जिस पर राज एक्सप्रेस ने प्रमुखता से लगातार खबरें प्रकाशित कीं, जिसके बाद भी टोल प्लाजा में अब तक अवैध रूप से वाहनों की आवाजाही बिना फास्टैग स्कैन किये जा रहे हैं। जिससे सरकार को आज भी लाखों रुपए की चपत लग रही है। टोल प्लाजा के ठेकेदार द्वारा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को गुमराह करने के लिए लगातार पत्र लिखकर टोल प्लाजा में घाटा दिखाया जा रहा है जबकि वास्तविकता में गाड़ियों को बिना फास्ट टैग स्कैन किए ही मासिक एंट्री पर आने जाने दिया जा रहा है।
अनूपपुर, मध्यप्रदेश। मैनटोला स्थित पथरौडी टोलप्लाजा के द्वारा सरकार एवं भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के द्वारा बनाए गए फास्टैग नियमों का उल्लंघन कर अवैध रूप से वसूली की बात लंबे समय से सामने आरही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पथरौडी टोलप्लाजा में ठेकेदार के नुमाइंदों द्वारा सरकार को गुमराह करने के लिए टोलप्लाजा में एनएचएआई द्वारा ठेकेदार से अनुबंध के बाद निर्धारित की गई मासिक टोल टैक्स को प्रति महीने घाटा दिखा कर सरकार को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है। टोलप्लाजा से गाड़ियों को बिना फास्टटैग स्कैन किए, हैंड मशीन पर आधी राशि वसूल कर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को चूना लगाया जा रहा है। ठेकेदार द्वारा लगातार गाेिडयों को अवैध तरीके से टोल प्लाजा के वीआईपी रोड से निकाला जाता है और पत्र में टोलप्लाजा में प्रति महीने घाटा दिखाकर सरकार से छूट प्राप्त करने की कोशिश की जा रही है।
अवैध तरीके से मुनाफा कमाने की कोशिश :
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से लगातार आंख मिचौली खेलते हुए कोतमा के मैनटोला स्थित पथरौडी टोल प्लाजा के ठेकेदार और उनके कर्मचारी व चमचों द्वारा सरकार को आर्थिक रुप से टैक्सों की चपत लगाई जा रही है। सूत्रों के मुताबिक भारत सरकार द्वारा निर्धारित टोल शुल्क के साथ खिलवाड़ कर फास्टैग के नियमों का उल्लंघन कर अच्छी खासी रकम मासिक एंट्री के नाम पर ठेकेदार द्वारा वसूली जा रही है। और सरकार को गुमराह करने के लिए लगातार भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को पत्र लिख कर टोलप्लाजा में टैक्स वसूली में घाटे का पत्र लिखा जा रहा है पत्र लिख कर ठेकेदार की मनसा सरकार को जमा करने वाली रकम में छूट पाना है। जबकि टोलप्लाजा में लगातार गाड़ियों को साइड लाइन से अनैतिक तरीकों से नियमों के विरुद्ध निकाला जा रहा है।
पाबंदी के बाद भी हैंड मशीनों का उपयोग :
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोतमा के मैनटोला स्थित नेशनल हाईवे 43 के पथरौडी टोल प्लाजा में फास्टैग के नियमों का उल्लंघन करते हुए अवैध तरीके से हैंड मशीन का उपयोग किया जा रहा है जो कि भारत सरकार और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के नियमों के विरुद्ध है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग की गाइडलाइन के अनुसार किस भी टोल प्लाजा में हैंड मशीनों का उपयोग किया जाता है उसे पूर्णतया प्रतिबंध कर उसके लाइसेंस को रद्द करने का भी नियम कानून है लेकिन पथरौडी टोल प्लाजा में इन नियमों का उल्लंघन करते हुए बेफिक्र हैंड मशीनों का उपयोग किया जा रहा है। क्योंकि हैंड मशीनों की स्याही एक समय के बाद उड़ जाती है इसलिए हैंड मशीनों का उपयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है। भारत सरकार एवं भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को पथरौडी टोल प्लाजा की जांच करते हुए हैंडमसीन को जप्त कर ठेकेदार के लाइसेंस को भी रद्द कर देना चाहिए।
सरकार और ठेकेदार से कर रहे आंख मिचौली :
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और सरकार की आंखों में धूल झोंकते हुए टोल प्लाजा के ठेकेदार द्वारा कमर्शियल वाहनों को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के दिशानिर्देश के विपरीत वीआईपी लाइन या साइड लाइन से निकाल रहे हैं । जबकि उक्त लाइन का उपयोग आपातकाल की स्थिति में किया जाता है। फिर भी पथरौडी टोल प्लाजा में धड़ल्ले से वीआईपी लाइन का उपयोग वाहनों से टोल टैक्स चोरी कर अपने जेब भरने में किया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वीआईपी बाइक लाइन से बिना फास्टैग के आने जाने की खुली छूट टोल प्लाजा में ठेकेदार के मुख्य कर्मचारी के रूप में मौजूद सावंत, प्रवीण, मैनेजर और आदर्श नामक व्यक्ति द्वारा वाहन मालिकों क्रेशर के ठेकेदारों और ड्राइवरों से सांठगांठ कर हैंड मशीन का उपयोग कर अवैध पर्ची काट मासिक एंटी पर पैसे की वसूली की जा रही है। जिन वाहनों से सरकार को 200 से लेकर 500 तक के फायदे एक बार के आवागमन में मिलने थे उनमें टोल प्लाजा स्थित कर्मचारियों ने 200 रुपये में आवागमन की अवैध तरीके से परमिशन दे रखी है। जिसकी बकायदा एंट्री टोल प्लाजा में रखें फाइलों में की जाती है और गाड़ी के एंट्री के साथ ही फोन कर ठेकेदारों से उक्त गाड़ी की मासिक एंट्री की राशि भी वसूल ली जाती है।
कमर्शियल वाहन से वसूल रहे मासिक एंट्री की राशि :
क्रेशर संचालक एवं बड़े-बड़े ठेकेदारों के कमर्शियल वाहन को मैनटोला स्थित पथरौडी टोलप्लाजा से आवागमन के लिए टोल प्लाजा में टू व्हीलर वाहनों के लिए बनाई गई साइड की वीआईपी लाइन (जिसे आपातकाल लाइन भी कहा जाता है) बाइक लाइन से निकलने की खुली छूट दे रखी है। सूत्रों के अनुसार ठेकेदार द्वारा सरकार की आंखों में धूल झोकते हुए वाहनों की रजिस्टर में एंट्री कर सफेदपोश रसूखदार नेताओं बड़े-बड़े ठेकेदार और बड़े-बड़े कांट्रेक्टर की बड़ी कमर्शियल गाड़ियों को नियम का उल्लंघन करते हुए बिना चालान वा बिना टोल टैक्स वसूले मासिक एंट्री में छोड़ दिया जाता है। जिससे ठेकेदार को तो अच्छा खासा राजस्व प्राप्त होता है लेकिन भारत सरकार को मिलने वाले राजस्व की हानि प्रतिदिन लाखों रुपए के आंकड़ों तक पहुंच जाती है। ठेकेदार द्वारा इन गाडिय़ों से महीने की एंट्री के रूप में राशि ली जाती है जो कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के नियमों के विपरीत है।
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