कृषि मंत्री कमल पटेल पहुंचे मां बगलामुखी के दरबार, की किसानों के कल्याण की कामना
भोपाल, मध्य प्रदेश। मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री एवं किसान नेता कमल पटेल ने नवरात्रि के पांचवे दिन यानी शुक्रवार को आगर-मालवा जिले के नलखेड़ा में माँ बगलामुखी का दर्शन पूजन किया। उन्होंने पूजा-अर्चना कर मां से संपूर्ण मध्य प्रदेश की खुशहाली और सुख-समृद्धि के साथ किसानों के कल्याण की भी कामना की। इस दौरान की उनकी माता के दरबार में पूजा अर्चना करते हुए कुछ फोटोज भी सामने आई हैं। बता दें, इस मंदिर की काफी मान्यता है।
दर्शन को पहुंचे मां बगलामुखी के दरबार :
दरअसल, मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री एवं किसान नेता कमल पटेल आज नवरात्रि के पांचवे दिन आगर-मालवा जिले के नलखेड़ा में माँ बगलामुखी के दर्शन के लिए पहुंचे। यहां उन्होंने माता के दरबार का पूजन किया। उल्लेखनीय है कि, मध्यप्रदेश में तीन मुखों वाली त्रिशक्ति माता बगलामुखी का यह मंदिर आगर जिले की तहसील नलखेड़ा में लखुंदर नदी के किनारे स्थित है। द्वापर युगीन यह मंदिर अत्यंत चमत्कारिक है।इस मंदिर में माता बगलामुखी के अतिरिक्त माता लक्ष्मी, कृष्ण, हनुमान, भैरव तथा सरस्वती भी विराजमान हैं। इस मंदिर की स्थापना महाभारत में विजय पाने के लिए भगवान कृष्ण के निर्देश पर महाराजा युधिष्ठिर ने की थी।
बगलामुखी प्रतिमा स्वयंभू की मान्यता :
मान्यता यह भी है कि यहां की बगलामुखी प्रतिमा स्वयंभू है। प्राचीन तंत्र ग्रंथों में दस महाविद्याओं का उल्लेख है, जिनमें से एक है बगलामुखी। माँ भगवती बगलामुखी का महत्व समस्त देवियों में सबसे विशिष्ट है। विश्व में इनके सिर्फ तीन ही महत्वपूर्ण प्राचीन मंदिर है, जिन्हें सिद्धपीठ कहा जाता है। यह मन्दिर उन्हीं में से एक बताया जाता है। मां बगलामुखी आठवीं महाविद्या हैं। इनका प्रकाट्य स्थल गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में माना जाता है। हल्दी रंग के जल से इनका प्रकट होना बताया जाता है। इसलिए हल्दी का रंग पीला होने से इन्हें पीताम्बरा देवी भी कहते हैं। इनके कई स्वरूप हैं। इनके भैरव महाकाल हैं।
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