मुरैना, मध्यप्रदेश। जिले में चंबल और क्वारी नदियों में जल स्तर का बढ़ना बदस्तूर जारी है। बुधवार की सुबह पानी चंबल के राजघाट पुल पर ऊपर चढ़ आया और शाम को यह पुल से सवा तीन मीटर ऊपर तक पहुंच गया। इसी तरह क्वारी नदी में जल स्तर लगातार बढ़ा, जिसके कारण मुरैना शहर से कुछ दूर नेशनल हाइवे स्थित क्वारी नदी के पुराने पुल पर यातायात रोक देना पड़ा। पानी लगातार बढ़ने के कारण चंबल और क्वारी नदी के आसपास स्थित कुल 68 गांव पूरी तरह डूब में बने हुए हैं और तकरीबन डेढ़ सैकड़ा गांवों का संपर्क कट गया है। हालांकि पानी के कारण कोई भी प्रमुख मार्ग फिलहाल बंद नहीं हुआ है।
चंबल के राजघाट पर 142 मीटर ऊंचे पुल पर खतरे का निशान 138 मीटर पर है, जिसे जल स्तर मंगलवार की शाम को ही पार कर गया था। मंगलवार की शाम 5 बजे पानी 139.90 मीटर तक पहुंच गया था। इसके बाद कोटा बैराज से 5 हजार क्यूसेक पानी और छोड़ जाने के कारण बुधवार को सुबह से जल स्तर और बढ़ना शुरू हो गया। दोपहर तक राजघाट पुल पर तीन मीटर ऊपर पानी पहुंच गया था और शाम को यह सवा तीन मीटर तक पहुंच गया। इसी तरह क्वारी नदी में भी पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। बुधवार को यह मुरैना शहर से छह किमी दूर स्थित नदी के पुराने पुल को लगभग छू गया, जिसके चलते पुल पर वाहनों का आवागमन रोक दिया गया। हालांकि नए पुल पर यातायात जारी रहा।
क्वारी नदी में पानी बढ़ने के कारण मुरैना से अंबाह की ओर दिमनी पर स्थित पुल को भी बुधवार की शाम आवागमन के लिए बंद कर दिया गया। नदियों में उफान के कारण जिले के अंबाह, पोरसा, सबलगढ़, कैलारस, जौरा व मुरैना तहसील क्षेत्रों के कुल 68 गांव पूरी तरह डूब चुके हैं और वहां से अनेक लोगों को बाहर निकाल लिया गया है। शेष जो लोग फंसे हुए हैं, उनके लिए राहत और बचाव कार्य बुधवार को दिनभर जारी रहा। नदियों में अभी पानी और बढ़ने की संभावना है। इसलिए चंबल और क्वारी नदी के किनारे बसे ढाई सौ गांवों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि बुधवार को जिले के किसी भी हिस्से से जनहानि की खबर नहीं मिली।
कोटा बैराज से ढाई लाख क्यूसेक पानी और छोड़ा :
चंबल नदी में अभी जल स्तर और बढ़ने का अनुमान है। क्योंकि बुधवार को कोटा बैराज से नदी में तीन किश्तों में ढाई लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। बताया गया है कि सुबह 5 बजे कोटा बैराज से एक लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इसके बाद सुबह 11 बजे 78 हजार, 848 क्यूसेक तथा दोपहर 2 बजे 69 हजार, 358 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। संभावना जताई जा रही है कि इस पानी का असर गुरुवार की रात से ही चंबल नदी में दिखाई देने लगेगा। प्रशासन ने अनुमान जताया है कि गुरुवार को राजघाट पुल पर पानी का स्तर 148 मीटर तक पहुंच सकता है।
ये गांव हैं डूब में :
अंबाह तहसील के बिसाखापुरा, कंचनपुरा, बीलपुर, कुथियाना, नीबरी का पुरा, सबसुख का पुरा, मलबसई, किसरौली, मनफूल का पुरा गोपी, डांडोली, भागीरथ का पुरा, लहर, जोंहा में रडुआपुरा।
जौरा में काबेल, सेंथरी, चेंचीपुरा रसोधना में बिरजापुरा, छउआ पुरा बर्रेंड, रेतपुरा सिंगरोली, मल्लाह का पुरा बृजगढी, आमलीपुरा जुगनूपुरा, डांडे का पुरा चिन्नौनी चंबल के, होराबरा, कलुआपुरा छिनबरा अजयपुरा, उत्तमपुरा, बहादुरपुरा ताजपुर, बरसैनी, खांडोली के बरवासिन कितोली, सावदा, खिटौरा, तिलावली तिलौआ, करोरी, स्यारू, नेहरावली, गुढ़ाचंबल।
सबलगढ़ के मदनपुरा, लक्ष्मणपुरा, देवलालपुरा, रायटीला डेम, झेंंद, कोढ़ेरा का पुरा, करजनी, भर्रा, गुलाबपुरा, बटेश्वरा, भयाना, रतियापुरा, सीतापुरा, नरेपुरा, चोकपुरा, बुद्धापुरा, तोटपुर, घुर्र।
मुरैना के कुल्हाडा, मऊखेडा, नदुआपुरा।
कैलारस कोल्हू का पुरा, जहान का पुरा।
पोरसा भूप सिंह का पुरा, रामगढ़, इन्द्रजीत का पुरा, सुखध्यान का पुरा, नयापुरा, खुडो, बीजला, खुर्द, साहस का पुरा।
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम आईं :
बाढ़ में फंसे लोगों की मदद के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें भी मुरैना पहुंच गई हैं। हालात के मद्देनजर कलेक्टर बी कार्तिकेयन ने मंगलवार को इन टीमों को मुरैना भेजने का अनुरोध राज्य शासन से किया था। बताया गया है कि ये दोनों टीमें बुधवार को सबलगढ़ की ओर रवाना की गईं, वहां इनके सदस्यों ने गांवों में लोगों की मदद की। इसके बाद शाम को शिवपुरी से एसडीआरएफ की एक और टीम मुरैना पहुंच गई। इसके अलावा प्रशासन ने आर्मी का एक कॉलम भी राहत एवं बचाव कार्य के लिए मांगा है। बताया गया है कि एक कॉलम में तकरीबन 10 जवान शामिल रहते हैं।
दिमनी क्वारी नदी के पुल पर आवागमन बंद :
दिमनी। जिलाधीश मुरैना के आदेशानुसार क्वारीनदी दिमनी के पुल के ऊपर से निकले वाले अम्बाह मुरैना से आने वाले भारी वाहनों व यात्री वाहनों पर पूर्ण प्रति बंद लगा दिया है। यह आदेश करीबन सायं 6 बजे किया है। यह प्रभावी आदेश नदी का जल स्तर कम होने तक रहेगा। क्वारी नदी के भयावह स्थिति को देख थाना प्रभारी दिमनी ने शिवकुमार शर्मा माइक से एलाउंस मेन्ट कर कंचनपुर, रपट का पूरा, झरना का पूरा, भोलाराम का पुरा के ग्रामीणों को सचेत किया। आवागमन बंद होने से दोनों तरफ के यात्री फंसे हुए हैं। दोनों तरफ लंबी-लंबी लाइनें लग गई हैं।
बांधों में और बढ़ा जल स्तर :
कोतवाल बांध की क्षमता 167.64 मीटर, वर्तमान स्थिति 168.40 मीटर
पिलुआ बांध की क्षमता 167.64 मीटर, वर्तमान स्थिति 168.09 मीटर
पगारा बांध की क्षमता 197.35 मीटर, वर्तमान स्थिति 198.90 मीटर
यूं बढ़ा चंबल में जल स्तर :
सुबह 5 बजे 142.60 मीटर
सुबह 6 बजे 142.80 मीटर
सुबह 7 बजे 143.00 मीटर
सुबह 8 बजे 143.20 मीटर
सुबह 9 बजे 143.50 मीटर
सुबह 10 बजे 143.70 मीटर
सुबह 11 बजे 143.90 मीटर
दोपहर 12 बजे 144.00 मीटर
दोपहर 01 बजे 144.10 मीटर
दोपहर 03 बजे 144.30 मीटर
शाम 04 बजे 144.40 मीटर
शाम 05 बजे 144.90 मीटर
इनका कहना :
रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें आ गई हैं। हमने सेना को भी बुलाया है। कल तक आने की संभावना है। चंबल का जल स्तर गुरुवार को 148 मीटर तक पहुंचने की संभावना को देखते हुए ही रेस्क्यू किया जा रहा है।
बी कार्तिकेयन, कलेक्टर, मुरैना
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