50 प्रतिशत कमीशनखोरी पर मायावती ने कहा-गरीबी, बेरोजगारी जैसे मुद्दों का चुनाव के समय पीछे छूट जाना कितना उचित?
हाइलाइट्स :
बसपा प्रमुख मायावती ने भाजपा समेत कांग्रेस पर साधा निशाना।
विधानसभा चुनाव में अपने बलबूते पर लड़ने का किया ऐलान।
किसान और महिला असुरक्षा को बताया बसपा प्रमुख ने असली मुद्दा।
50 Percent Commission Controversy in MP: भोपाल, मध्यप्रदेश। प्रदेश में 50 प्रतिशत कमीशनखोरी के आरोप पर सियासत जारी है। भाजपा और कांग्रेस के बीच यह मुद्दा एफआईआर तक पहुँच गया है। इसी बीच बसपा प्रमुख मायावती ने न केवल भाजपा बल्कि कांग्रेस पर भी निशाना साधा है। उन्होंने दोनों ही पार्टियों पर चुनाव के समय गरीबी बेरोज़गारी जैसे असली मुद्दे भटकाने का आरोप लगाया है। उन्होंने न केवल मध्यप्रदेश बल्कि छत्तीसगढ़, राजस्थान की सरकार पर भी निशाना साधा है।
बसपा प्रमुख मायावती ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिये ट्वीट करते हुए लिखा है कि, मध्यप्रदेश सरकार में 50 प्रतिशत कमीशनखोरी के आरोप को लेकर कांग्रेस व भाजपा के बीच जारी आरोप-प्रत्यारोप, मुकदमों आदि की राजनीति से कमरतोड़ महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, शोषण-अत्याचार आदि जनहित से जुड़े ज्वलन्त मुद्दों का चुनाव के समय पीछे छूट जाना कितना उचित? ऐसा क्यों?
उन्होंने भाजपा समेत कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आगे लिखा कि, भाजपा-शासित मध्यप्रदेश ही नहीं बल्कि कांग्रेस के राजस्थान व छत्तीसगढ़ में भी भ्रष्टाचार अहम मुद्दा, किन्तु इनकी जनविरोधी नीतियों व विकास के हवाहवाइ दावों के कारण सर्वसमाज के गरीबों, बेरोजगारों, किसानों, महिला असुरक्षा आदि का त्रस्त जीवन इन तीनों राज्यों में असली चुनावी मुद्दे।
बसपा प्रमुख ने तीनों राज्यों में भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान करते हुए लिखा कि, बीएसपी इन तीनों राज्यों में भाजपा व कांग्रेस सरकारों के खिलाफ जनहित व जनकल्याण के खास मुद्दों को लेकर अकेले अपने बूते पर विधानसभा का यह चुनाव लड़ रही है जिसके लिए उम्मीदवारों के नाम भी स्थानीय स्तर पर घोषित किए जा रहे हैं। पार्टी को भरोसा है कि वह अच्छा रिजल्ट हासिल करेंगी।
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