राज एक्सप्रेस। मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में सड़क सुरक्षा सप्ताह की शुरुआत हो रही है। जिसके तहत शहर के विभिन्न क्षेत्रों में यातायात और पुलिस विभाग द्वारा लोगों को सचेत करने के लिए यातायात रथ और हेलमेट मोटरसाइकिल रैली निकाली गई। जिसमें सड़क सुरक्षा के विभिन्न तरीकों और उपायों के बारे में आमजनों तक जानकारी पहुंचाने और उनका पालन करने की समझाइश भी दी गई।
विभिन्न क्षेत्रों से हुई रैली की शुरुआत :
पुलिस अधीक्षक कार्यालय से यातायात रथ और हेलमेट मोटरसाइकिल रैली निकाली, जो सिंगरौली पुलिस अधीक्षक कार्यालय से माजन मोड़ होते हुए, कॉलेज तिराहा, पुराना ट्रैफिक तिराहा, न्यायालय, मस्जिद तिराहा, ढोटी तिराहा, इन्दिरा चौक, मस्जिद चौक, अम्बेडकर चौक, कोतवाली चौराहा, पुराना ट्रैफिक से पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर समाप्त हुई । हेलमेट रैली के सफल आयोजन हेतु बाइक और हेलमेट के साथ काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे। बता दें कि, यातायात प्रभारी सूबेदार अजय प्रताप सिंह के प्रभार ग्रहण करने के बाद जिला पुलिस अधिकारी ने दुर्घटना में हुई वृद्धि को रोकने की दिशा में अब तक कि सबसे सार्थक पहल रही है ।
सड़क सुरक्षा कर चुकी है चुनौतीपूर्ण रुप धारण :
इसके संबंध में बताया गया कि, सड़क सुरक्षा एक चुनौतीपूर्ण रुप धारण कर चुकी हैं, जिसकी कुछ मुख्य समस्याएं इस प्रकार हैं
• ट्रैफिक व्यवस्था का सही नहीं होना।
• सीवर लाइनों का उचित प्रबंध न होना।
• आवारा पशुओं का खुलेआम सड़कों पर घूमना।
• पैदल यात्रियों के लिए क्रॉस ब्रिज अथवा फुटपाथ का निर्माण नहीं होना।
• ओवरलोडेड वाहनों का शहर की मुख्य सड़कों से होकर गुजरना।
• सड़कों की दयनीय दशा, सड़कों में गड्ढ़े होना।
• यातायात नियमों की अनदेखी करना।
सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता जरूरी :
हम सभी को मिलकर सड़क सुरक्षा के प्रति सजग होना चाहिए और अपने बच्चों को भी यातायात के नियमों के बारे में जानकारी देनी चाहिए। तभी लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों पर लगाम लगाई जा सकेगी। सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक होने का मतलब है कि आप अपनी जीवन की सुरक्षा के प्रति सजग हैं और अपनी जान की परवाह करते हैं, वहीं जो लोग सड़क सुरक्षा को महत्व नहीं देते, ऐसे लोग अपनी जान से हाथ गवां बैठते हैं, कई बार उनकी लापरवाही की वजह से अन्य लोगों को भी इसका गंभीर नुकसान भुगतना पड़ता है।
सड़क सुरक्षा से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें :
• समय पर घर से निकले और कार ड्राइविंग के समय सीट बेल्ट का इस्तेमाल जरूर करें
• दो पहिया वाहन चालक हेलमेट पहनना बिल्कुल भी न भूलें।
• ओवरटेक नहीं करें और न हीं स्पीड से वाहन चलाएं।
• ड्राइविंग के समय फोन पर बात न करें।
• शराब के नशे में ड्राइविंग नहीं करें।
• वन वे में कभी भी रिवर्स में अथवा गलत दिशा में गाड़ी चलाने से बचें।
• ट्रैफिक नियमों को जहन में रखकर वाहन चलाएं।
प्रतिवर्ष सड़क दुर्घटनाओं में हो रही वृद्धि :
सड़क यातायात सुरक्षा एक प्रकार का उपाय है जिससे सड़क दुर्घटना में लोगों को चोट लगने और उससे मौत होने आदि घटनाओं को कम करने का प्रयास किया जाता है। सड़क का उपयोग करने वाले सभी लोग जिसमें पैदल चलने वाले, साइकल, गाड़ी चालक या सार्वजनिक यातायात साधनों का उपयोग करने वाले शामिल हैं। सड़क यातायात सुरक्षा हेतु घटनाओं को देख कर रणनीति बनाई जाती है। यातायात को नियंत्रित–व्यवस्थित करने के लिए कानून की कमी नहीं है। सड़कों पर तेज गति से भागती हुई लंबी कारें किसी की परवाह किए बिना दौड़ रही हैं। सरकारी और गैर सरकारी सर्वे यह बता रहे हैं कि प्रतिवर्ष सड़क दुर्घटना में बढोत्तरी हो रही है। भारत का नाम दुनिया के उन देशों में शामिल है, जिनका सड़क सुरक्षा के मामले में बेहद खराब रिकार्ड है।
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