हाइलाइट्स :
बारिश के कारण कीचड़ बने खेत में फंसने से 206 भेड़ और 3 ऊँटों की मौत
जानकारी मिलते ही प्रशासन की टीम घटना स्थल पर पहुंची
मृत पशुओं का पीएम कराकर उन्हें दफनाया गया
घायल हुए जानवरों को मांस के शौकीन लोग ले गए
राज एक्सप्रेस। बीती रात इटारसी-पांजरा मार्ग पर धौखेड़ा के पास मुर्गी फार्म हाऊस के आसपास के खेतों में भारी बारिश के कारण पानी भर गया। जिससे खेत दलदल में बदल गए, जिसमें राजस्थान से आए खानाबदोश गड़रियों की 206 भेड़ और 3 ऊंटों की मौत हो गई। कीचड़ और पानी में फसने के कारण जानवर खेतों में गिरते रहे, निकल न पाने के कारण वहीं उनकी मौत हो गई।
मौके पर पशु चिकित्सक की टीम पहुंची :
दलदल में बदले इन खेतों में घायल हुए कुछ जानवरों को दूसरे जानवर उठा ले गए, तो कुछ को वहां से गुजरने वाले मांस के शौकीन लोग उठा ले गए। मरे हुए भेड़ों की दुर्गंध आने के बाद प्रशासन एक्टिव हुआ और सुबह नायब तहसीलदार के साथ पटवारी आरआई और पशु चिकित्सक की टीम वहां पहुंची।
गड़रियों का कहना :
गड़रियों की टीम में शामिल लोगों ने बताया कि, लगभग 1300 भेड़ और 12 ऊंट शामिल थे, वह राजस्थान के जालोर जिले के जोगावा गांव से निकले है। इंदौर, उज्जैन खंडवा के रास्ते होते हुए, वह इटारसी पहुंचे थे। पिछले एम माह से कीरतपुर डेरी फार्म के पास रुके हुए थे। बारिश थमने पर निकले तो धौखेड़ा रोड पर पहुंचे, यहीं पर कीचड़ मे फंसने से जानवर मरते गए। चूंकि लगातार चलने से भेड़ें थक गई, बैठने की जगह नहीं मिलने से उनकी नींद नहीं हो सकी। भेड़ों ने कीचड़ से निकलने का बहुत प्रयास किया, किंतु वह नहीं निकल पाईं और वहीं उनने दम तोड़ दिया। अभी भी लगभग 11 सौ भेड़ ऐसी है, जिन्हें उपचार की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि, उनके साथ परिवार के 20 लोग है, जिसमें 5 महिलाएं व 3 लड़कियां है। इनकी हालत भी ठीक नहीं है।
शिकायत करने पर पहुंची प्रशासनिक टीम :
रात में बची हुई भेड़ों के झुंड के साथ सड़क पर बैठे रहे। लेकिन लोगों ने हमारी मदद करने की बजाए, हमारी मजबूरी का फायदा उठाया और कुछ मोटर सायकल चालक भेड़े उठा ले गए। उन्होंने बताया कि, जिन ऊंटों पर उनकी गृहस्थी के सामान, ओढ़ने बिछाने के कपड़े रखे थे, वह ऊंट मर गए। वह लोग इसकी जानकारी देने इटारसी थाने पहुंचे, तो वहां से भी उन्हें भगा दिया गया। इसकी शिकायत उन्होंने एसडीएम से भी की है। तब जाकर सुबह प्रशासनिक टीम पहुंची और घटना स्थल का मुआयना किया। मृत पशुओं की गिनती कर उनका पीएम कराया और दफनाया।
इनका कहना :
नायब तहसीलदार पूनम साहू का कहना है कि, मृत पशुओं की संख्या के साथ ही रिपोर्ट ली गई है। इसके साथ ही मृत पशुओं का पीएम कराकर उन्हें दफनाया दिया है। संक्रामक बीमारी न हो इसलिए आसपास के क्षेत्रों में पाउडर का छिड़काव किया गया है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।