हरियाणा: भारत में वैश्विक महामारी कोविड-19 से निपटने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर लोगों ने कोरोना को मजाक बना कर रख दिया है, ऐसा इसलिए क्योंकि अब कुछ लोग अपने फायदे केे लिए फर्जी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट बना रहे हैं और जिस लैब में कोविड-19 की फर्जी रिपोर्ट बनाई जा रही है, अब उसका पर्दाफाश हो गया है। दरअसल, टेक्नोलॉजी हब कही जाने वाली हरियाणा की गुरुग्राम सिटी से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है।
कोविड की फर्जी रिपोर्ट के मामले में 2 आरोपी गिरफ्तार :
बताया गया है कि, हरियाणा में गुरुग्राम के पॉश इलाके में मौजूद एक लैब में कोविड-19 की फर्जी रिपोर्ट बनाने का काला कारोबार चल रहा था। यहां कुछ लोग चंद रुपयों के लालच में अनगिनत लोगों की जान को संकट में डाल रहे थे। इसी बीच गुरुग्राम स्थित लैब की कई शिकायतें मिलने के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम और सीएम फ्लाइंग की जॉइंट टीम ने गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए इस फर्जीवाड़े व काला कारोबार भंडाफोड़ करते हुए इस मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
ड्रग कंट्रोलर ऑफिसर का कहना :
इस बारे में जानकारी देते हुए ड्रग कंट्रोलर ऑफिसर अमनदीप चौहान द्वारा जो बात बताई गई है, वो भी हैरान कर देने वाली है।
कुछ लोगों ने यहां से कोरोना वायरस का फेक निगेटिव सर्टिफिकेट लेने के बाद अमेरिका की यात्रा भी की है, जबकि कुछ ने छुट्टी के लिए COVID-19 पॉजिटिव रिपोर्ट बनवाई।
ड्रग कंट्रोलर ऑफिसर अमनदीप चौहान
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोप है कि हरियाणा में गुरुग्राम के पॉश इलाके में मौजूद इस लैब से कई लोगों ने कोरोना की फर्जी नेगेटिव रिपोर्ट बनवाकर विदेश गए हैं और कई लोगों ने तो पॉजिटिव रिपोर्ट बनवाकर काम से छुट्टी भी ली है। जानकारी के अनुसार, पिछले दो महीने से वे इस फर्जीवाड़े को अंजाम दे रहे थे और प्रति परीक्षण 1,400 से 3,000 रूपये तक का शुल्क लिया जाता था।
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