जम्मू कश्मीर, भारत। देशभर को महामारी कोरोना ने पहले ही परेशान कर रखा है और इसी बीच ब्लैक फंगस (म्यूकर माइकोसिस) का कहर चिंता बढ़ाने लगा है। अब तक कई राज्यों से इसके कुछ मामलें सामने आ चुके हैं और इस दौरान कई राज्यों की सरकारों ने ब्लैक फंगस को महामारी यानी गंभीर रोग घोषित कर दिया है। इस बीच जम्मू और कश्मीर ने म्यूकोर्माइकोसिस (ब्लैक फंगस) को अधिसूचित बीमारी घोषित किया है।
प्रदेश में बढ़ रहे ब्लैक फंगस के मामले :
ब्लैक फंगस को जम्मू कश्मीर में एक अधिसूचित बीमारी के रूप में वर्गीकृत कर दिया गया है। इसके बाद अब यह अनिवार्य हो गया है कि, सरकारी अधिकारियों को प्रत्येक मामले के बारे में जानकारी रहे और इसके ट्रैकिंग और रोकथाम के लिए उचित कदम उठाए जाएं। जम्मू-कश्मीर में भी इसके मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बीते तीन दिनों में ब्लैक फंगस के एक संदिग्ध समेत 3 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। प्रदेश में इस बीमारी के इलाज के लिए दवाओं की भी किल्लत मची हुई है, ऐसे में समय रहते इस पर काबू पाने और इसकी रोकथाम के लिए इसे अधिसूचित बीमारी घोषित करने का फैसला लिया गया है।
अब तक ब्लैक फंगस के मिले 5,424 मामले :
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ.हर्षवर्धन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, आज सुबह तक 18 राज्यों में म्यूकर माइकोसिस (ब्लैक फंगस) के 5,424 मामले दर्ज किए गए हैं। गुजरात में 2,165, महाराष्ट्र में 1,188, उत्तर प्रदेश में 663, मध्य प्रदेश में 519, हरियाणा में 339, आंध्र प्रदेश में 248 मामले दर्ज किए गए हैं।
जानकारी के लिए बताते चलें कि, यदि किसी भी बीमारी को अधिसूचित या नोटिफाइड डिजीज घोषित कर दिया जाता है। तो उस बीमारी से जुड़ी जानकारी और सूचनाओं को एकत्रित करने में आसानी हो जाती है और अधिकारियों को उस बीमारी से ग्रसित मरीजों की निगरानी करने और प्रारंभिक चेतावनियां सेट करने में मदद मिल जाती है।
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