Gujarat : अमित शाह ने किया कच्छ, मांडवी उप जिला अस्पताल का दौरा
भुज, गुजरात। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' के गुजर जाने बाद शनिवार को कच्छ और मांडवी उप जिला अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों और राज्य सरकार की टीम वर्क की सराहना की और कहा कि शक्तिशाली चक्रवात के दौरान एक भी जान नहीं गई, जिसने तूफान के साथ तबाही मचाई।
अमित शाह चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' गुजरने के बाद कच्छ में हालात की समीक्षा के लिए शनिवार को जिले के दौरे पर पहुंचे। राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी उनके साथ थे। उन्होंने मांडवी के उप जिला अस्पताल का भी दौरा किया। चक्रवात से पूर्व जिला प्रशासन की ओर से एहतियात के तौर पर गर्भवती महिलाओं को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
केंद्रीय गृह मंत्री ने उन सभी महिलाओं के साथ बातचीत कर उनकी कुशलक्षेम पूछी, जिनका चक्रवात के दौरान प्रसव हुआ था। इसके अलावा उन्होंने सभी गर्भवती महिलाओं तथा नवजात शिशुओं का हालचाल पूछकर उन्हें अस्पताल द्वारा प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं के विषय में जानकारी ली।
उन्होंने मांडवी-नलिया रोड पर स्थित काठड़ा गांव में आर्य फार्म का भी दौरा किया। उन्होंने वहां स्थानीय किसानों, किसान संघ के नेताओं और ग्रामीणों के साथ संवाद कर उनसे फसल नुकसान की जानकारी हासिल की।
किसानों ने केंद्रीय गृह मंत्री को अनार और सूखी खजूर की फसल को हुए नुकसान के बारे में बताया। इस दौरान राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने भी अमित शाह को चक्रवात के बाद कच्छ की परिस्थिति के विषय में जानकारी दी।
अमित शाह ने कहा "चक्रवात बिपरजॉय के कारण एक भी हताहत की खबर नहीं है। गुजरात सरकार और केंद्रीय एजेंसियों ने चक्रवात के दौरान लोगों की जान बचाने के लिए जिस तरह से काम किया है, वह टीम वर्क का एक उदाहरण है।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "पीएम मोदी ने चक्रवात के लैंडफॉल से पहले सभी व्यवस्था करने का आदेश दिया था। पीएम ने खुद राज्य सरकार और एजेंसियों से तैयारियों के बारे में चर्चा की थी।"
अमित शाह ने कहा कि जिन 3,400 गांवों में बिजली आपूर्ति काटी गई थी, उनमें से 1,600 गांवों में बिजली बहाल कर दी गई है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में 20 जून तक बिजली पूरी तरह से बहाल कर दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि लगभग 1.08 लाख नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। एनडीआरएफ की 19 टीमों, एसडीआरएफ की 13 टीमों और 2 रिजर्व बटालियनों को तैनात किया गया था। सेना, नौसेना, वायु सेना, तटरक्षक बल, पुलिस और बीएसएफ ने सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ काम किया है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।