हाइलाइट्स :
सूरत कलेक्टर ने Mukesh Dalal को किया विजयी घोषित।
7 मई को होनी थी सूरत लोकसभा सीट पर वोटिंग।
भाजपा ने लोकसभा की पहली सीट जीतने पर मनाया जश्न।
Mukesh Dalal Won Unopposed From Surat : गुजरात। लोक सभा चुनाव 2024 के परिणाम घोषित होने से पहले ही बीजेपी का खाता खुल गया है। सूरत लोक सभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार मुकेश भाई दलाल को विजयी घोषित कर दिया गया है। सूरत से निर्विरोध चुने जाने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने उन्हें बधाई दी है। भाजपा जश्न मना रही है लेकिन कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताया है। सवाल यह है कि, आखिर ऐसा हुआ कैसे कि, बिना मतदान के ही मुकेश भाई दलाल को विजयी घोषित कर दिया गया है?
सूरत लोकसभा सीट पर सात मई को मतदान होना है। सूरत से नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख 22 अप्रैल थी। सूरत में कुल 24 नामांकन फॉर्म भरे गए थे। एक प्रत्याशी ने एक से अधिक फॉर्म भरे थे। सूरत से कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुंभाणी का फॉर्म गलत हस्ताक्षर के कारण रिजेक्ट हो गया था। बीजेपी ने यहां से मुकेश दलाल को उम्मीदवार बनाया था। सूरत के कलेक्टर ने उन्हें 22 अप्रैल को विजयी घोषित कर दिया है।
कैसे हुआ नीलेश कुंभाणी का फॉर्म रिजेक्ट :
गुजरात में लोकसभा की 26 सीट है। 19 अप्रैल को नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख थी। इसके बाद 20 अप्रैल को नामांकन फॉर्म की जांच होनी थी। जांच वाले दिन निलेश कुंभाणी के प्रस्तावकों ने आरोप लगाया कि, नामांकन पत्र में हस्ताक्षर उनके नहीं है। यह गड़बड़ी सामने आते ही कुंभाणी ने निर्वाचन अधिकारी से एक दिन का समय मांगा था। निलेश कुंभाणी हस्ताक्षर को सही साबित नहीं कर पाए। ऐसे में समय सीमा पूरी होते ही नीलेश कुंभाणी का नामांकन रद्द हो गया। इस तरह सूरत में कांग्रेस का एक भी प्रत्याशी नहीं बचा।
बाकी प्रत्याशियों का क्या हुआ ?
कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन रिजेक्ट होने के बाद कोई बड़ा प्रतिद्वंदी बीजेपी के सामने नहीं था। ऐसे में सबकी नजर स्वतंत्र उम्म्मीद्वारों पर थी लेकिन सोमवार को सभी 8 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया। ऐसे में सूरत कलेक्टर ने बीजेपी के मुकेश भाई दलाल को विजयी घोषित कर दिया।
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