हाइलाइट्स :
सरकार ने दिए असामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश।
विवाद के बाद हॉस्टल की सुरक्षा व्यवस्था पर उठ रहे सवाल।
अहमदाबाद। गुजरात यूनिवर्सिटी में पढ़ने वालों छात्रों पर देर रात हमला हो गया। इस हमले के चलते कुछ छात्र गम्भीर रूप से घायल हुए हैं जिनका इलाज जारी है। जानकारी के अनुसार यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रमजान के दौरान तरावीह को लेकर विवाद हुआ। हॉस्टल के कमरों और परिसर में खड़ी गाड़ियों की भी तोड़ फोड़ की गई है। बढ़ते विवाद के बाद हॉस्टल में पुलिस को बुलाया गया। पुलिस के आने के बाद भी असमाजिक तत्व नारेबाजी करते रहे।
दरअसल, गुजरात यूनिवर्सिटी में बांग्लादश, अफगानिस्तान और श्रीलंका समेत कई अन्य देशों के छात्र आकर पढ़ाई करते हैं। शनिवार देर शाम हॉस्टल में तरावीह के दौरान कुछ छात्रों ने विरोध किया। इसके बाद कुछ असामाजिक तत्व हॉस्टल के बाहर आकर नारेबाजी करने लगे। इसके बाद कुछ लोगों ने पथराव भी शुरू कर दिया। घायलों में विदेशी छात्र भी शामिल हैं।
हॉस्टल की सुरक्षा व्यवस्था :
देर शाम गुजरात यूनिवर्सिटी बॉयज हॉस्टल के बाहर तनाव पूर्ण माहौल हो गया था। कई छात्रों ने खुद को रूम में लॉक कर लिया था। इस पूरे घटनाक्रम के सामने आने के बाद गुजरात यूनिवर्सिटी हॉस्टल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
एक्शन में सरकार :
जानकारी के अनुसार इस घटना के बाद गुजरात के गृह मंत्री ने DG से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बातचीत की है। इस घटना में शामिल असमाजिक तत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं। फ़िलहाल किसी की गिरफ्तार नहीं हुई है लेकिन हॉस्टल में हुई तोड़ फोड़ और मारपीट के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि, पुलिस जल्द ही दोषियों के खिलाफ एक्शन लेगी।
नहीं थी ऐसी उम्मीद :
इस विश्विद्यालय में कई छात्र दूसरे देश से आकर पढ़ते हैं। पहले कभी इस तरह की घटना सामने नहीं आई। इस घटना के बाद कुछ विदेशी छात्रों ने कहा कि, उनके कमरे में घुसकर तोड़ फोड़ की गई। उन्हें इसकी उम्मीद नहीं थी।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा - यह सामूहिक कट्टरवाद नहीं तो क्या
AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'कितनी शर्म की बात है। जब आपकी भक्ति और धार्मिक नारे तभी सामने आते हैं जब मुसलमान शांतिपूर्वक अपने धर्म का पालन करते हैं। जब आप मुसलमानों को देखकर बेवजह क्रोधित हो जाते हैं। यह सामूहिक कट्टरवाद नहीं तो क्या है? यह का गृह राज्य है अमित शाह और PM नरेंद्र मोदी का। क्या वे कड़ा संदेश भेजने के लिए हस्तक्षेप करेंगे? मैने अपनी सांस नहीं रोक रखी है।'
अफगानिस्तान के एक छात्र ने पत्रकार से बात करते हुए बताया कि, ए-ब्लॉक में हॉस्टल परिसर के अंदर 15 मुस्लिम छात्र नमाज पढ़ रहे थे। तीन लोग आए और नमाज न पढ़ने को कहा। अपनी प्रार्थना पूरी करने के बाद, जब छात्रों ने पूछा कि उन्हें नमाज से क्या परेशानी है, तो उन्हें धार्मिक नारे लगाने के लिए कहा गया और चले गए, कुछ देर बाद, वे कम से कम 200-250 लोगों के साथ वापस आए, उन पर पथराव किया, उनके पास चाकू और लाठियां थी। उन्होंने पथराव किया, हमारी बाइक, लैपटॉप, फोन, एसी, साउंड सिस्टम आदि तोड़ दिए। कई छात्र घायल हैं लेकिन 5-6 छात्र अस्पताल में भर्ती हैं।
जानकारी के अनुसार घायलों में 2 अफ्रीका से, 1 बांग्लादेश से, 1 श्रीलंका से, 1 छात्र उज्बेकिस्तान और 1 अफगानिस्तान से। जब पूछा गया कि क्या उन्होंने पुलिस से शिकायत की, तो छात्र ने जवाब दिया, "नहीं हमने नहीं किया, पुलिस पहले से ही यहां थी। हम गुजरात विश्वविद्यालय से अनुरोध करते हैं कि हमें सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया जाए।”
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।