देश के स्वच्छ शहरों की लिस्ट जारी, देखें किसने पाये कितने स्टार
राज एक्सप्रेस। भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कई अभियान की शुरूआत की गई है, इन्हीं में से एक है ‘स्वच्छ भारत अभियान’ जो हर नागरिक की पसंद बन चुका है। हाल ही में देश कोरोना वायरस की महामारी के खिलाफ जारी जंग के बीच केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने देश के कचरा मुक्त शहरों का रेटिंग कार्ड पेश किया है।
‘स्वच्छ भारत अभियान’ के तहत इस वर्ष में कौन सा शहर स्वच्छ व कूड़ा मुक्त हैं, इसकी केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने की ओर से आज 19 मई को देश के शहरों को स्टार रेटिंग मिली है। आइये जानते हैं स्वच्छ व कूड़ा मुक्त शहरों में कौन से शहर को अव्वल रेटिंग मिली है और किस शहर को कौन सी स्टार रेटिंग मिली है, यहां देखे पूरी लिस्ट-
ये है देश के फाइव स्टार रेटिंग वाले शहर :
अंबिकापुर, छत्तीसगढ़
राजकोट और सूरत, गुजरात
मैसूर, कर्नाटक
इंदौर, मध्य प्रदेश
नवी मुंबई, महाराष्ट्र
ये है थ्री स्टार रेटिंग वाले शहर :
नई दिल्ली
चंडीगढ़
करनाल (हरियाणा)
तिरुपति और विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश)
भिलाई नगर (छत्तीसगढ़)
अहमदाबाद (गुजरात)
भोपाल (मध्य प्रदेश)
जमशेदपुर (झारखंड)
ये है सिंगल स्टार रेटिंग वाले शहर :
दिल्ली कैंट
रोहतक (हरियाणा)
ग्वालियर
माहेश्वर
खंडवा
बदनावर
हथोड (मध्य प्रदेश)
वडोदरा
भावनगर और व्यारा (गुजरात)
केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने जारी किया रेटिंग कार्ड :
स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के अंतर्गत केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने देश के कचरा मुक्त शहरों का रेटिंग कार्ड जारी किया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री द्वारा अपनी प्रतिक्रिया भी व्यक्त करते हुए कहा कि, कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सफाई का ध्यान रखना काफी जरूरी है, क्योंकि इससे वातावरण को शुद्ध रखने में सहायता मिलती है।
‘स्वच्छ भारत’ सबसे अहम अभियान :
रेटिंग कार्ड जारी करने वाले केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से शुरू किया गया ‘स्वच्छ भारत’ अभियान सबसे अहम अभियान करार दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग में यह अभियान सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरा है।
बता दें कि, देश में लॉकडाउन समाप्त होने के बाद स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के अंतर्गत देश के सबसे स्वच्छ शहरों की लिस्ट जारी होगी और वैसे हर वर्ष में स्वच्छ शहर कौन-कौन से शहर आते हैं इसकी सूची जारी की जाती हैं।
किस आधार पर मिलती है रेटिंग :
दरअसल, ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के तहत पहले देश के हर शहर, बड़े नगरों, गांव और कस्बों को अलग-अलग पैमाने पर मापा जाता है और रोजाना के सफाई, सिंगल प्लास्टिक यूज़ पर बैन, नालों की सफाई, वेस्ट मैनेजमेंट जैसे कई पहलूओं को शामिल करते है। इस आधार पर ही शहरों को रेटिंग दी जाती है।
साथ ही ये भी बताते चलें कि, स्वच्छता रेटिंग की इस दौड़ देश के 1435 शहर शामिल हुए, जिनमें से 698 शहरों को गया और 141 शहरों को ही रेटिंग प्रदान की गई है। साथ ही देश के 1.19 करोड़ से ज्यादा नागरिकों की प्रतिक्रिया भी ली गई थी। 10 लाख से अधिक जियो-टैग्ड तस्वीरें इकट्ठा की गईं, इसमें 1210 फील्ड अधिकारियों ने 5175 कचरा प्रबंधन संयंत्रों का दौरा किया।
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