पिछले कुछ सालों में इसरो ने दिया है इन बड़े मिशन को अंजाम
पिछले कुछ सालों में इसरो ने दिया है इन बड़े मिशन को अंजामSyed Dabeer Hussain - RE

चंद्रयान से लेकर मंगल मिशन तक, पिछले कुछ सालों में इसरो ने दिया है इन बड़े मिशन को अंजाम

भारत का चंद्रमिशन सफल रहा। यह पहली बार नहीं है जब इसरो ने इतने बड़े मिशन को अंजाम दिया है। इसरो के वैज्ञानिक इससे पहले भी कई ऐसे मिशन को अंजाम देकर इतिहास में अपना नाम दर्ज करवा चुके हैं।
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हाइलाइट्स :

  • चंद्र मिशन की सफलता के पीछे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानि इसरो के वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत है।

  • यह पहली बार नहीं है जब इसरो ने इतने बड़े मिशन को अंजाम दिया है।

  • इसरो के वैज्ञानिक इससे पहले भी कई मिशन को अंजाम देकर इतिहास में अपना नाम दर्ज करवा चुके हैं।

राज एक्सप्रेस। बुधवार को भारत ने चंद्रमा पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा ली है। चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर ने चंद्रमा की सतह पर उतरकर पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन कर दिया है। चंद्र मिशन की सफलता के पीछे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानि इसरो के वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत है। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब इसरो ने इतने बड़े मिशन को अंजाम दिया है। इसरो के वैज्ञानिक इससे पहले भी कई ऐसे मिशन को अंजाम देकर इतिहास में अपना नाम दर्ज करवा चुके हैं।

चंद्रयान-1

भारत ने अपने चंद्रयान कार्यक्रम की घोषणा साल 2003 में की थी। वहीं भारत ने अपना पहला चंद्रयान 22 अक्टूबर 2008 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया था। भारत का चंद्रयान 1 करीब 10 महीने तक चंद्रमा की कक्षा में चक्कर लगाता रहा। उस समय भारत ऐसा करने वाला दुनिया का पांचवां देश था। चंद्रयान-1 ने ही चांद की सतह पर पानी के अणुओं की पुष्टि की थी।

मंगल मिशन

इसरो ने 5 नवंबर 2013 को मंगलयान लॉन्च किया था। यह 24 सितंबर 2014 को मंगल की कक्षा में पहुंचा था। इसी के साथ भारत दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया था, जिसने पहली बार में ही मंगल मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया था। खास बात यह है कि मंगल मिशन की लागत महज 450 करोड़ रूपए थी।

104 सैटेलाइट लॉन्च

15 फरवरी 2017 को इसरो ने एक साथ 104 सैटेलाइट्स को प्रक्षेपित करके इतिहास बनाया था। उस समय एक साथ सबसे अधिक सैटेलाइट्स प्रक्षेपित करने का रिकॉर्ड रूस के नाम था। रूस ने साल 2014 में एक साथ 37 सैटेलाइट्स को प्रक्षेपित किया था।

LVM-3 का सफल प्रक्षेपण

अक्टूबर 2022 में इसरो ने अपने सबसे भारी सबसे भारी रॉकेट LVM-3 का सफल प्रक्षेपण किया था। इसके साथ इसरो ने ब्रिटेन के नेटवर्क एक्सेस एसोसिएटेड लिमिटेड के 36 उपग्रहों को भी निचली कक्षा में स्थापित किया था।

चंद्रयान-3

अब इसरो ने चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतारकर इतिहास रच दिया है। इसी के साथ भारत चंद्रमा के दक्षिणी हिस्से में पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है।

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