पंजाब, भारत। केंद्र सरकार द्वारा किसानों के हितों के संरक्षण के लिए किसान बिल पेश किया गया था, जिसका विरोध देश के कई राज्यों में जमकर हो रहा था, इन्हीं राज्यों में पंजाब भी शामिल है। पंजाब में इस बिल के खिलाफ किसानों नेे रेल रोको आंदोलन चलाया, इसी के चलते पंजाब में सितंबर से रेल सेवा बाधित है। इसी बीच आज शनिवार को अमरिंदर सिंह ने किसान संघों के साथ मुलाकात की, इस दौरान किसान संघों ने शर्तो के साथ ये बड़ा फैसला लिया है।
रेल रोको आंदोलन बंद करने को तैयार किसान :
दरअसल, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने किसान संघों के साथ मुलाकात करने के बाद इस बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि, किसान संघों ने 23 नवंबर की रात से 15 दिन के लिए रेल रोको आंदोलन बंद करने का फैसला लिया है। साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा केंद्र सरकार से रेल सेवा शुरू करने की अपील की है। तो वहीं, पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों के इस फैसला का स्वागत किया है।
पंजाब के CM अमरेंद्र सिंह ने ट्वीट में लिखा-
किसान यूनियनों के साथ एक सार्थक बैठक हुई। यह साझा करते हुए खुशी है कि 23 नवंबर की रात से किसान यूनियन ने 15 दिनों के लिए रेल अवरोधों को समाप्त करने का निर्णय लिया है। मैं इस कदम का स्वागत करता हूं, क्योंकि यह हमारी अर्थव्यवस्था को सामान्य स्थिति बहाल करेगा। मैं केंद्रीय सरकार से पंजाब के लिए रेल सेवाओं को फिर से शुरू करने का आग्रह करता हूं।
अमरिंदर सिंह, पंजाब के मुख्यमंत्री
किसानों ने रखी है शर्त :
हालांकि, इस दौरान मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ किसान संगठनों की बैठक में किसानों ने ये शर्त भी रखी है कि, केंद्र सरकार ने कृषि सुधारक क़ानून के मसले पर अगर बातचीत का चैनल तेज़ नहीं किया, तो किसान दोबारा रेल ट्रैक पर आ जाएंगे और फिर प्रदर्शन करेंगे।
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