किसान आंदोलन के फैसले की घड़ी-सरकार के साथ किसान नेताओं की 7वीं दौर की बैठक

दिल्ली के विज्ञान भवन में सरकार केे साथ चल रही किसान नेताओं की सातवें दौर की बैठक पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। उम्‍मीद की जा रही है कि, आज बातचीत से कोई न कोई ठोस हल जरूर निकलेगा।
किसान आंदोलन के फैसले की घड़ी-सरकार के साथ किसान नेताओं की 7वीं दौर की बैठक
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दिल्‍ली, भारत। देश की राजधानी दिल्‍ली बॉर्डर पर नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोजन जारी हैै, जिसका आज 35वां दिन है। हालांकि, किसानों के साथ सरकार की कई दौर की वार्ता हो चुकी है और आज 30 दिसंबर को फिर काफी दिन के अंतराल के बाद किसान नेताओं की सरकार केे साथ सातवें दौर की बैठक हो रही हैैं।

विज्ञान भवन में बैठक जारी :

आज किसान आंदोलन के फैसले की घड़ी है, इसी के मद्देनजर 3 नए कृषि कानून पर किसान नेताओं के साथ बातचीत करने के लिए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल दिल्ली के विज्ञान भवन पहुंचे। यहां केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच बैठक जारी है। उम्‍मीद की जा रही है कि, शायद आज बातचीत से कोई न कोई ठोस हल जरूर निकलेगा।

कृषि राज्य मंत्री का कहना :

तो वहीं, कृषि राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने कहा कि, ''सरकार खुले दिल से हर मुद्दे पर बात करने के लिए तैयार है और किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए हर स्तर पर प्रयास कर रही हैं।''

आज की बैठक के बाद किसानों का आंदोलन खत्म हो जाएगा और सभी अपने परिवार के साथ नए साल का जश्न मनाएंगे।

केंद्रीय वाणिज्य राज्य मंत्री सोम प्रकाश

बता दें कि, किसानों ने सरकार को 29 दिसंबर को बातचीत का प्रस्ताव भेजा था और किसान नेताओं की तरफ से कहा गया था कि, “हम सरकार के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं, वहीं किसानों के प्रतिनिधियों और भारत सरकार के बीच अगली बैठक 29 दिसंबर 2020 को सुबह 11 बजे आयोजित की जाय।“ इस प्रस्ताव पर अब सरकार ने जवाब देते हुए सरकार ने कहा था, वह किसानों के गिए प्रस्तावों पर चर्चा करने के लिए तैयार एवं 30 दिसंबर को बातचीत करने का फैसला लेते हुए नए सिरे से बातचीत के लिए किसान संगठन के नेताओं को न्योता दिया था।

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