राज एक्सप्रेस। लंबे समय सें पांढुर्णा क्षेत्र में नकली व अमान्य खाद, बीज और दवाओं का गोरखधंधा निरंतर चलता आ रहा है। लेकिन इन पर कभी स्थानीय अधिकारियों ने ठोस कार्यवाही करने की मानसिकता नहीं दिखाई। यही कारण है कि अब पांढुर्णा के जो होल सेलर कृषि केंद्र संचालक हैं। वें स्वयं व अपने दलालों के माध्यम सें महाराष्ट्र में नागपुर व अमरावती जिलों में धड़ल्ले सें नकली व बनावटी बीज, खाद व दवायें पहुचाकर म.प्र. व महाराष्ट्र के किसानों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, मध्यप्रदेश के अधिकारियो का तो पता नहीं लेकिन महाराष्ट्र के अधिकारी जरूर अपने किसानो के लियें चिंतित नजर आ रहे हैं। उन्होंने कल पांढुर्णा सें सावनेर की ओर जा रहे नकली व बनावटी बीज से भरा एक टेम्पो पकड़ा। जिसमें लगभग 13 लाख 30 हजार रू का नकली कपास का बीज खुडसापार चेकपोस्ट पर पकड़ा।
मिली जानकारी के अनुसार
सावनेर तहसील के अंतर्गत आने वालें केलवद पुलिस व कृषि विभाग के अधिकारियों के दल ने पांढुर्णा सें सावनेर की ओर जा रहे अशोक लेलैंड वाहन क्रमांक एमएच 40 बीएल 8025 को मुखबिर की सूचना के आधार पर रोका। इसमें से नकली व बनावटी बीज का जखीरा मिला। जिस पर महाराष्ट्र में पाबंदी लगी हुई है। बताया की कार्यवाही में केलवद एपीआई सुरेश मत्तानी व तंत्र अधिकार गुण नियंत्रक कृषि विभाग के संदीप पवार ने की। कार्यवाही में श्रीनिवास 50 नग, जयेंद्र 100, कल्पवृक्ष 100, जादू 350, सिकंदर 142 श्रावया 58, आर, कोट 659-200 नग कुल 1000 पैकेट कपास के बीज कुल कीमत 13 लाख 30 हजार का माल जब्त किया। केलवद के सिद्धि विनायक कृषि केंद्र में छापा मारकर भी बोगस बीज के 14 पैकेट जब्त किए गए। सिद्धि विनायक कृषि केंद्र के संचालक रमेश महादेव हजारे व जब्त गाड़ी के ड्राइवर मंगेश देवीदास बालपांडे 31 गायत्री कालोनी पांढुर्णा, मनोज मदनराव उइके रा. रेलवे स्टेशन कालोनी तिगांव पांढुर्णा के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया।
असली आरोपी गिरफ्त से बाहर
केलवद पुलिस थाने के थाना प्रभारी सुरेश मत्तानी ने बताया कि नकली बीज कें वाहन के साथ में पकड़ाए दोनो ही आरोपियों, चालक व परिचालक मंगेश व मनोज नें पुलिस को जानकारी दी है कि यह बीज केलवद के एक कृषि केंद्र में बिरोली के रहने वालें संजू पवार ने भेजा है। जिसे इस वाहन में कलमगांव कें एक गोदाम सें भरा गया है और उनका नाम अभी तक सामने नहीं आ पाया है। पांढुर्णा कें दिग्गज व जमे जकडे कई कृषि केंद्र संचालक अपना माल बेचने के लिए एजेंटो को रखते है जो छोटे कृषि केंद्र या सीधे किसानों को खाद, बीज व दवायें सप्लाई मुख्य दुकान से करते हैं। केलवद पुलिस ने इस नकली बीज के मामले में प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है व मंगेश उर्फ मनोज के कथनों के आधार पर इस मामलें की जांच को आगे बढायेंगे।
केलवद पुलिस के अनुसार
हम अभी शुरूवाती जांच में हैं। वाहन के साथ मिले लोगों से पूछताछ करके हम मुख्य आरोपी से लेकर नकली व बनावटी बीज बनानें वालें पूरे रैकेट का पर्दाफाश करेंगे। ताकि किसानों को ठगने से बचाया जा सके। पांढुर्णा के अधिकारियों की कुंभकर्णी नींद कब खुलती है व इनकी आंखों से लालच का पर्दा कब उठेगा यह तो भगवान ही जानें। पांढुर्णा के किसानों को अब स्थानीय अधिकारियों से हटकर अब महाराष्ट्र के अधिकारियों से उम्मीद लगती नजर आ रही है। आखिर किसी ने तो कार्यवाही करने की हिम्मत दिखाई, इस गोरखधंधे के खिलाफ।
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