जम्मू-कश्मीर, भारत। जहां, पूरा देश कोरोना संकट से अब भी जूझ रहा है। वहीं, भारत के कुछ राज्यों में अब भी कोरोना के घट-बढ़ मामलों के साथ भूंकप के झटके भी महसूस किए जा रहे हैं। हाल ही में कई राज्यों में आए दिन भूकंप के झटके महसूस होने से लोगों की मुश्किलें व डर और अधिक बढ़ रहा था। वहीं, आज सुबह जम्मू-कश्मीर के संवेदनशील इलाके में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। हालांकि, यह भूकंप के झटके बहुत हलके नहीं थे। इन भूकंप के झटकों से फ़िलहाल किसी प्रकार के नुकसान की कोई खबर सामने नहीं आई है।
भूकंप की तीव्रता :
बताते चलें, आज जम्मू-कश्मीर के संवेदनशील इलाके में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप के यह झटके यहां आज सुबह 5 बजकर 35 मिनट पर महसूस किये गए हैं। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी -NCS) के अनुसार, रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.3 मापी गयी। इन भूकंप के महसूस किये जाने की जानकारी नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी द्वारा साझा की गई। खबरों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में झटके महसूस होते ही लोग अपने-अपने घरों से बाहर आ कर खड़े हो गए।
भूकंप का केंद्र :
खबरों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान में बताया जा रहा है और इसकी गहराई ताजिकिस्तान में धरती से 170 किलोमीटर नीचे बताई जा रही है। इससे पहले 18 अप्रैल 2022 को भी जम्मू-कश्मीर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। हालांकि, जबकि, कश्मीर ऐसा क्षेत्र है। जहां, भूकंप से पहले ही कई बार तबाही का मंजर देखा गया है। बता दें, कई साल पहले यानि 8 अक्टूबर 2005 को कश्मीर में 7.6 तीव्रता से भूकंप आया था। इस भूकंप के झटकों से भारत और पाकिस्तान के 80 हजार लोगों की जान चली गई थी।
भूकंप का केंद्र :
बताते चलें, चीन में इस भूकंप का केंद्र 4,410 मीटर की ऊंचाई पर एक निर्जन क्षेत्र में 28.22 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 105.03 डिग्री पूर्वी देशांतर पर 10 किलोमीटर की गहराई में बताया जा रहा है। यह शिनिंग शहर से उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा में लगभग 140 किलोमीटर दूर आया था। इसके अलावा भूकंप का केंद्र देलिंगा शहर में शहर से 126 किलोमीटर दूर रहा। फिलहाल भूकंप के इन झटकों से चीन से किसी तरह कोई नुकसान की खबर सामने नहीं आई है, लेकिन ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि, इन झटकों से थोड़ा बहुत नुकसान तो हुआ ही होगा। खबरों के अनुसार, यहां भूकंप के यह झटके महसूस होते ही लोग अपने-अपने घरों से बाहर आकर खड़े हो गए।
भूकंप की स्थिति में क्या करें, क्या न करें
भूकंप आने पर आप घर से बाहर हैं तो ऊंची इमारतों, बिजली के खंभों आदि से दूर रहें।
भूकंप के झटके महसूस बंद होने तक बाहर ही रहें।
यदि आप गाड़ी चला रहे हो तो गाड़ी को रोक लें और गाड़ी में ही बैठे रहें।
पुल या सड़क पर जाने से बचें।
भूकंप आने के वक्त यदि आप घर में हैं तो फर्श पर बैठ जाएं।
यदि आप घर से बाहर नहीं निकल सकते तो, घर के किसी कोने में चले जाएं।
घर में कांच, खिड़कियों, दरवाज़ों और दीवारों से दूर रहें।
भूकंप के समय लिफ्ट का इस्तेमाल करने से बचें।
क्यों आता है भूकंप :
भूकंप के बारे में आए दिन ही खबरें लगातार सामने आ रही हैं, किसी न किसी राज्य में भूकंप के झटके महसूस हो रहे हैं। ऐसे में बार-बार भूकंप के चलते मन में सवाल आता ही होगा कि, आखिर क्यों बार-बार भूकंप के झटके लग रहे हैं। दरअसल, धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी होती है। इनर कोर, आउटर कोर, मैन्टल और क्रस्ट। क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं। ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है, जिसे टैक्टोनिक प्लेट्स कहते हैं। ये टैक्टोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर कंपन करती रहती हैं और जब इस प्लेट में बहुत ज्यादा कंपित हो जाती हैं, तो भूकंप के झटके महसूस होते हैं।
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