उत्तराखंड, भारत। देश में महामारी कोरोना का पता लगाने के लिए बड़ी संख्या में टेस्टिंग हो रही है। इसी बीच इस साल 2021 में हुए कुंभ मेले में भी कोरोना जांच हुई और अब कुंभ मेले में कोरोना जांच का फर्जीवाड़े का मामला सामने आया। हालांकि, उत्तराखंड सरकार ने कुंभ मेले के दौरान कथित फर्जी कोरोना टेस्टिंग मामले की जांच के SIT का गठन किया, लेकिन इसकी न्यायिक जांच की मांग उठ रही है।
उत्तराखंड के पूर्व CM का बयान :
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कुंभ मेले में कोरोना जांच में हुए फर्जीवाड़े की न्यायिक जांच की मांग करते हुए कहा कि, ''सरकार ने तत्काल जांच का आदेश देकर अच्छा कार्य किया है, लेकिन जांच पारदर्शी हो उसके लिए न्यायिक जांच होनी बहुत जरूरी है।" उत्तराखंड के पूर्व CM त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आगे ये भी कहा- मुख्यमंत्री ने इस पर SIT का गठन किया है, हालांकि मैं इसकी न्यायिक जांच चाहता था। ये अंतरराज्यीय मामला है और क्योंकि SIT में छोटी श्रेणी के अफसर हैं, इसलिए लोग ये शक कर सकते हैं कि जांच सही होगी या नहीं।
कोरोना जांच का मामला बड़ा मामला है और यह सीधे-सीधे लोगों के जीवन से खिलवाड़ है। देखा जाना चाहिए, इसमें चाहे कोई छोटा हो या बड़ा अधिकारी हो दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए।
उत्तराखंड के पूर्व CM त्रिवेंद्र सिंह रावत
बता दें कि, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का का कोरोना जांच के इस फर्जीवाड़े को लेकर ये कहना है कि, ''यह मामला उनके समय का नहीं है, लेकिन फिर भी उन्होंने इसकी जांच बैठा दी है। मैं मार्च में आया हूं और ये मामला बहुत पुराना है। हमें इसकी जानकारी मिली, मैंने आते ही इस पर जांच कराई, हम चाहते हैं कि, दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए। दोषी के खिलाफ सख़्त से सख़्त कार्रवाई होगी।''
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