उत्तर पूर्व के विकास पर सर्बानंद सोनोवाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस, कही ये बड़ी बातें...
हाइलाइट्स :
नई दिल्ली में उत्तर पूर्व के विकास पर सर्बानंद सोनोवाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस
हिंदुस्तान अब दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है: सर्बानंद सोनोवाल
सर्बानंद सोनोवाल बोले- मोदी जी के नेतृत्व में हर राज्य विकास के रास्ते पर तेजी से चल रहा है
दिल्ली, भारत। नई दिल्ली में आज बुधवार को उत्तर पूर्व के विकास पर सर्बानंद सोनोवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने संबोधन में ये बातें कही।
हिंदुस्तान दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है :
सर्बानंद सोनोवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- हिंदुस्तान अब दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। पिछले 9 साल में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश का हर राज्य विकास के रास्ते पर तेजी से चल रहा है। नार्थ-ईस्ट भारत में आज से 9 साल पहले कहा जाता था कि वहां आतंकी गतिविधियां, हिंसा, अपहरण और कानून व्यवस्था ऐसी है कि वहां लोग निश्चित होकर सड़क पर भी नहीं घूम सकते। कांग्रेस ने ऐसी हालत पूर्वोत्तर के राज्यों की कर दी थी।
कांग्रेस के 7 साल के कार्यकाल में जो दुर्नीति अपनाई गई, उसके कारण वहां कोई rule of law नहीं चलता था। इस वजह से वहां के लोग स्वयं को असुरक्षित मानते थे और हजारों सवाल उनके मन में चलते रहते थे।
सर्बानंद सोनोवाल
आगे उन्होंने यह भी कहा कि, एक समय था जब भारत का उत्तर पूर्व क्षेत्र (एनईआर) हिंसा, आतंकवाद, अपहरण, जबरन वसूली और न जाने क्या-क्या की चपेट में था। एनईआर के लोग लगातार असुरक्षा की भावना में थे, यह वह स्थिति थी जो कांग्रेस पार्टी ने एनईआर के लिए बनाई थी। कांग्रेस की प्रशासनिक व्यवस्था इतनी कमजोर थी कि, इससे कुशासन और 'कानून के शासन' का सरासर उपहास के अलावा कुछ नहीं हुआ।
2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में बनी केंद्र सरकार ने नार्थ-ईस्ट पर विशेष ध्यान दिया और वहां की गरिमा एवं इतिहास को उन्होंने सही अध्ययन और अनुसंधान के साथ वहां शांति, सुरक्षा और प्रगति के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता जताई।
9 साल में नार्थ-ईस्ट के विकास के लिए विभिन्न नीतियां बनाई और केंद्र सरकार की हर नीति और योजना को वहां लागू करने पर जोर दिया। नार्थ-ईस्ट की शक्ति, संपदा और संभावना को उजागर करने के लिए उन्होंने जो भी कदम उठाए वो सभी सफल रहे।
विशेष रूप से, 2014 में, जब भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार सत्ता में आई और नरेंद्र मोदी जी भारत के प्रधान मंत्री बने, तो उत्तर पूर्व क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया जाना शुरू हुआ। पीएम मोदी जी ने न केवल एनईआर की गरिमा और इतिहास की रक्षा के लिए काम किया, बल्कि उचित अध्ययन और अनुसंधान के माध्यम से इस क्षेत्र की सुरक्षा, संरक्षा और प्रगति सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता भी पूरी की।
प्रधानमंत्री जी ने 64 बार पूर्वोत्तर के राज्यों का दौरा किया। इससे पहले किसी भी प्रधानमंत्री ने इतनी बार वहां का दौरा नहीं किया था। G20 में भी नार्थ-ईस्ट को अच्छी तरह से प्रतिनिधित्व दिया गया। नार्थ-ईस्ट के 12 स्थानों पर G20 की बैठक आयोजित की गई। इन बैठकों के माध्यम से हमारे 8 प्रदेशों की विरासत, स्वाभिमान और संस्कृति को दुनिया के सामने पेश किया गया।
प्रधान मंत्री मोदी ने न केवल भारत में बल्कि वैश्विक मंच पर भी एनईआर का कद बढ़ाने का काम किया। G20 शिखर सम्मेलन के दौरान जिस प्रकार उत्तर पूर्व क्षेत्र को महत्व दिया गया, जिस प्रकार उसका प्रदर्शन किया गया, वह अनुकरणीय है। G20 बैठकों के माध्यम से NER के 8 राज्यों की विरासत, स्वाभिमान, संस्कृति और सभ्यता को दुनिया के सामने बखूबी प्रस्तुत किया गया।
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